कथा मंजन | Katha Manjan
श्रेणी : कहानियाँ / Stories
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
814.68 MB
कुल पष्ठ :
242
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)कहानी का विश्लेषण
हम श्री सुदशेंन जी की हार की जीत” कहानी का विश्लेषण
करेंगे । कहानी-कला के कतिपय नियमों का हमने पिछले पन्नों में
उल्लेख किया है । वे नियम इतने झटल नहीं कि उनमें परिवतन
दो नहीं सकता ।
कद्दानी-कला के जिन उपकरणों को हम यहां प्रयोग करेंगे
वे भी पत्थर की लकीर नहीं हैं. । हाँ; सुविधा के लिए हम कहानी
को कथानक, चरित्र-चित्रण, वार्तालाप भाषा-शैली ब्यादि भागों
में विभाजित कर सकते हैं ।
कहानी के विधान ( टेकनीक ) को समझने के लिए यह
आवश्यक है कि पाठक पांच-छः वार कहानी को पढ़े ब्पौर उस
के कला-सौंदियें के रदस्य को समभकने की चेछ्टा करे ।
हार की.जीत' में विरोधी चरित्र हैँ । एक साधु-सन्त हैतो
दूसरा भयंकर “डाकू । कितनी विषमता है ।--किन्तु कहानीकार
ने झपनी लेखनी से विषमता में समता, छणा में प्रेम, शिव
में शिव, और पशुत्व में मानवत्व की सष्टि की है ।
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