आधुनिक छपाई | Adhunik Chhapai

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Adhunik Chhapai by कृष्ण प्रसाद दर - Krishn Prasad Dar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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कृपाई क्से शुरू हुई लौंग पता हुए ह जिनका नाम जाजवक मशहूर १ । जसे कि बजसिन फ्रकिश्त, थियाचेर डिपान और आऑपटोमगन धर जिसने लाइनोटाइप इजाठ की थी। पिछर पाँच सौं बंप से छपाई इतना अधिव उन्नति पर पहुँच मरे ह कि यह दुनिया वी एवं बड़ी तिजारतो म से हा गई ह। तज चत्नवाली मीन विलियम फ्क्‍्सदन राज़ वरांज़ ईजाद होती जाती ६, और काम म छाई जाती ह---अस कि मानोटाइप लाइनोटाटप इन्टर टाइप आप से आप कागश्ध लूगान वाटी तज छापन की मशीन अखबार छापन क। रोटरी मलीनें, स्टीरियो ढालनवाली मश्नीनं, तेज दादाजी जावाजी ल्‍ाटथो और आफ्संट छापन की मशीने इयादि। छपाई त्िना किसी माल का विचापन नही हो सकता, न कोई खबर * ही फ्ल सकता ह न कसी कला वां बतता हो सकती हू।




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