पंचांग शोधन कमेटी | The Panchang Committees Report
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
473
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about दीनानाथ शर्मा - Deenanath Sharma
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)4. (४
इन्दौर पंचांग प्रवर्तक कमेटी की संपूर्ण
रिपोर्ट...
शुरू पंचांगोपयोगी शाखार्थ साहेत ग्रहलाघव-कों चालन
दुकर उसी के गाणित स शास्त्रशुद्ध खुश्म पंचांग
बनाने की पहाति व कोष्ठटक-
भूमिका.
छेखकर--विद्याभूषण दिन्ानाथ' शास्त्री चुलेट-
१ बहुत प्राचीन वैदिऊ फ़ाछसे मंत्र द्रशण ऋषियोंने ज्योतिःश्ास्र के मूछतत्वों का
पे शोघ छगा लिया था; यज्ञ प्रयोग उस समय को वेध किया थी
और विति 55
बा हे कला और सुपण चिति आदि के -चित्र में दैवत चिन्हांकित इष्ठकाएं
सा हे €ुंटे) रखकर उसका ठेखन किया जाता/था। जैसे द्वारा आज
धार्मक स्वस्स,.., व के पंचागों के गाफफ़ उस समय में (और आज ) भीं तिथि,
नक्षत्र, करण, दिन प्र ग, रात्रि प्रमाण, मास, पक्ष, अयन ( विषुव दिन ), तेयन
( पर्जन्यारंम नक्षत्र )) क .ह संवच्सर और सुर्गे! का परिमाण आदि यथार्थ रीतिते मादूम
होते थे। उसके द्वारा 5 तक मास का भ॑ पता छग जाता था। इसी कारण वैदिक मंत्रों
मे उपासना के रूपमें ज्योविगोठ का ही वर्णन दे । क्योंकि उस'समय ण्योतिःशालत्र और
घमेशाज्ञ का एक दी रूप था। के
२ आगे जब वेदांग काऊ में शिक्षा, कत्य, व्याकरण, निरुक्त जौर रंदप्षयों का
अंडग जछग निर्माण होने छगा तत्र ज्योतिष का मी' बेदौग .
घैदांग काछ के इधर उदेतप नामस मंथें। द्वारा अछ्य निर्माण हुआ; और धर्म शास्त्र
ज्योतिष का खर्तत्न साज्य है ्ारक स्पृतिग्रेय भी अठम अछग बनते गये | श्रत्र तक तंत्र
(अदृगणित ) सेद्िता व जाते भेद से ज्योतिष के १८ 'मंथ जोर मानवादि स्वृति
('घरेझास्र ) के २६ प्रेय बने इनके द्वारा और भी कई डेंपॉमरूप प्ंथों की रचना 1
३. इलस दरस्सर में लेगांगी भार का लैब देने से सवोकियाज़ में“लूति परगो्
ध्योतिःशा्र और घर्म 3. ते बा रोका परे कि धो जय) “पा
मर स्थोति प की बातों का समावेश किया _य्रा। इसी कारण मारे
ब्योतिःशाल और धर्मशाज् परस्पर में एक दूसरे के सम्यंक हैं।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...