भाषा तत्त्व दीपिका | Bhasha Tattv Deepika
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
144
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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कह ३ पाठ
लिंगविचार ॥
_ अ्र० लिंगकिमे कहतेहें ?
उठ०. लिंग चिह्ठ का कहतेहें श्रथोौत्र सजीव,चा निर्णाव, पदार्थ, परुषवाचक
' बा स्वीवाचकह्े यहफ्हचाननेकाधिह
४ अ० लिंगकितनेहें ॥
/ . ठ० पूल्निंग और स्व्रोलिड्ू ये दो लिट्ठुहें, नपृंसकलिड् तीसरा अन्यमा-
पामें आताहे, हिन्दीमापामें नहींआता ॥
०' पूृल्लिड् ओर स्त्री लिड्र किसे कहतेहें ?
ड० जिसनाममे पुरुपत्दका वोधहोय उसे युज्नि है; जैसा घोड़ा,
_ गधा, गाढ़ा, सांटा, इत्यादि ॥
४, बम नाममें स्व्वीत्वकावोंधट्दीय वह,स्व्रीलिड्र; जेसा घोड़ी, भेंस, खाट,
' झृपा, गाड़ी, घड़ी इत्याठि ॥ *
: भ्र०. आणिवाचक पद्दार्थीकालिइ्रमेद शीघ्रमममम आता हे, परअप्रा णिवा-
चक्र पदार्थाकालिड्र क्रिमरीतिम सममनाचाहिये ?
४ छ0 लिट्डक्ानिगयतों वहुतक्ठिनहे, परन्तु इमविप्यमें कुछ नियम लिख-
'लाहूँ ॥ ः
| ॥१॥ संघ्कृतमें जोशब्द प्ल्लिज्ञ ओर नपु|सकलिडुदें बंहिंदीमें वहुधा'
'पूल्निडृहोत्िदें णेमा सागर, रत्न, जल, मुज्; रत ओर जल और मुख संस्कृतमें
नप॑सकलिडीडें । जे शब्द संस्कृतमें स्व्रीलिंगहें वे हिन्दीमें मीमाय: स्त्रीलिंग
द्वातेष्टें जेसा हा, माया, गति, वृद्धि इत्यादि ॥ ः
0 २॥ अकारांत नाम लिसका उपान॒त्यवण ते न होय और आकारांत
- नाम प्राय पल्निड्नहें; सा बिछू, पत्थर, बेल, घोड़ा, लड़का, कपड़ा, इ० ॥
| . जिनणव्दोंके अन्तमें * वा त छोवें वे आय:स्त्री लिड्डें, परन्तु घी;
पानी; जी, दही इत्यादि शब्द छोड़कर; जेंसा घोड़ी, ठोपे, कुरसी, ड॒वे ली, रात,
बात, इत्यादि ॥ न
::. ॥४-॥' / लिप नामकषेअन्तरमें आवट बा आहट गअत्ययहों वह सदास्द्वी
लिट्ठजानों; जेसा ,सजावढ, बनावट, घबराहट इत्यादि ॥
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