उन हाथों से परिचित हूँ मैं | Un Hathon Se Parichit Hoon Main
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
781 KB
कुल पष्ठ :
136
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हमारी धरतो कहाँ है?
छ
मोआबजा लेकर
गाँव छोड देने को तैयार हैं लोग
देश छोड़ देगें मोआबजा लेकर एक दिन
गाँव और देश को इस तरह बेचने वाले लोग
कहाँ से आ गए हैं
हमारी दुनिया में?
कहाँ से आ गए हैं
गाँव और देश के खरीददार
माँ और मादो के इन सौदागरों को
किस घरती ने जन्म दिया है आखिर?
क्या इसी धरती ने?
फिर यह धरती हमारी कहाँ रही?
हम क्सि धरती को अपनी कहकर पुकारें ?
हमें जन्म देने वाली
हमारी धरती कहाँ है इस धरती के भीतर?
इसी सवाल में तब्दील होता जा रहा हूं मैं
उन तमाम लोगों की तरह
जा इसो सवाल में तब्दील होते जा रहे हैं।
नई दिल्ली
व्ा
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