शिल्प माला | Shilp Mala
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
308
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)बुनाई की विधि 19
जायगा। अब बाई सलाई पर जो पुराना फटा है, जिसमें से नया बनाया था उसे गिरा दो और शेप सकाई
सबइसी प्रकार बुनलो । इसे उछठी सलाई कहते है । अय तीसरी सलाई सीधी और चौथी उल्टी बुनो ।
इसी तरह एक सीबी और एक उछटी बुनते जाने से चित्र स० १४ की भाँति नमूना वन जायगा।
मुद्बन्द की बुनाई का फोम सामने की ओर से चिक्रना तथा दूसरी ओर से ख़ुरदरा होता है ।
२ सीधे २ उलटे फद्ेवाली फलियोंकी बुनाई--सदा सम (9५०४) सरया में (अथोत् ४,६,८, १०, १ २आदि)
फदे लेकर २ सीये, २ उल्टे, २ सीधे, २ उल्टे, बार-बार पूरी सलाई त्तक चुनो । इसी प्रकार और
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सछाइयो में सीये फर्दों पर सी आर उलठे फदों पर उल्टे फदे बुनती जाओ और जितनी आउश्यऊता हो
रम्बा बुनछो | सोजे, बनियाइन, निकर आदि के झुरूरमें क्रिनारे पर इस बुनाई की आउश्यकता होती है।
४ सीधे २ उलदे फदों वाली चौडी फलियों की घुनाई--इसफ्े लिए सदा इतने फे चढाओ जो ६ से
पूरे-यूरे बाठे जा सफें। फिर ४ सीपे २ उछठे पूरी सलाई तक नार-यार बुनती जाओ। अगली सन
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सलइयो में भी सीधे फदों पर सीधे और उलठे फद्दों पर उछटे फ्दे बुनती जाओ। इस तरह एक पद
सुन्दर नमूना वन जायगा । जम्पर या कॉऊ में यह बुनाई अधिकतर उपयोग में लाई जाती है |
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