श्रीमद जैनाचार्य्य श्री 1008 अमरसिंह जी महाराज का जीवन चरित्र | Shri Mad Jaina Charyya Shri 1008 Amar Singh Ji Maharaj Ka Jeevan Charitr
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
180
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)डर फेक
#% प्राघ्ना % -
। प्राक्ष पुरुषो! में आपसे सविनय निवेदन करता
-. हू,कि यह परस पत्रित्र जीवन चरित्र रूप पुस्तक
भ्रीमान् परम प० उपार््यायजी महाराजने लिख
कर सुझ् क्षुत्लक चेतना फो सशोधन करने के
लिये प्रदानकिया अत मेंने आप की अज्ञानुकूल
हस:पुस्तक को स्ववुद्धधनुसार सशोधन किया
है यदि अब भी प्रेस तथा मेरे प्रसाद से कोई
' अगुद्धि रहगई हो तो सख्यावान् पुरुष क्षमा करें।
क्योंकि कहा भी हे कि -अक्षरसात्रपदस्व्र हीन ,
व्यज्जनसन्धि। विश्रज्जित रेफम् साधुमिरत्र '
समक्षतव्य। कोनबिमुश्यतति शास्त्रसमुड्े॥१1इति
अपितु इस पुस्तक को श्रीयुत छाछा मिड्ठीमल्ल,
घावूराम,लुधियाना निवासी तथा ला० हरभग-
'वानदास,शकरदास कपूर्थलावाले भाषडा डब्षी ,
धाजार छाहोर वा लाला फपाराम, धसत्तामल्ल,
सेफ्रेट्रीजेनलभाभम्रतसरओर पघावृकुत्वनलाल
सब ओवयरसीयर, सदानद, लुधियानानिवासी, '
इन पर्म प्रेमी महाशर्पों,ने स्वव्ययसे प्रकाशित
फराया है जिसके धसाय से उक्त महाशयों ने पूर्
से भी अतौय सुप्रख्याति की प्राप्ति की है ॥ _-
बी जेनमुनि पण्डित ज्ञानचन्ंद |
1
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