वीर वर्धमान चरितम | Veer Vardhman Charitam
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
19 MB
कुल पष्ठ :
302
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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स्व० पुण्यश्छोका माता मूर्तिदेवीकी पवित्र स्ट्वतिमें तत्सुपुत्र साहू शान्तिप्रसादजी द्वारा
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भारतीय ज्ञानपीठ मू्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला
इस अन्यमाछाक्रे भनतगत प्राकृत, संस्कृत, अपभंश, हिन्दी, कन्नड़, त्मिरछ भादि प्राचीन मापाओमें
उपरूब्ध भागमिक, दाशनिक, पौराणिक, साहित्यिक, ऐतिहासिक आदि विविध-विषयक
. जैन-साहित्यका अनुसन्धानपूण सम्पादन तथा उसका मूछ और यथासम्मव
अनुवाद आादिके साथ प्रकाशन हो रहा है । जैन भण्ढारोंकी
सूचियाँ, शिक्ाठेख-संग्रह, विशिष्ट विद्वानोंके अध्ययन- -
अगन््थ और छोकहितकारी जैन-साहित्य अन्य मी
इसी अन्थमालार्म प्रकाशित हो रहे हैं ।
७
ग्रन्यमाला सम्पादक
: डॉ, भा, ने, उपाध्ये, एम. ए., डी. लिट.
पं, केलाशचन्द्र शास्त्री
प्रकाशक
भारतीय ज्ञानपीठ
प्रधान कार्याछय ४ वी/४५-४७, कनॉट प्छेस, नयी दि्को-1१०००३
प्रकाशन कार्यालय : दुर्गाकुण्ड मार्ग, वाराणसी-२२१०४७
मुद्रक : सन््मति मुद्रणालय; दुर्गाकृण्ड मार्ग, वाराणसी-२२१००५
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_ स्थापना $ फाह्युन कृष्ण ९, वीर नि० २४७०, विक्रम स्ं० २०००, १८ फरवरी १९४४
सर्वाधिकार सुरक्षित
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