माध्यम मेँ | Madhyam Men
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
477 KB
कुल पष्ठ :
114
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सुन तो कि में
उन संकेशों का ग्राहक
सिद्ध संवाहक नहीं हूँ,
भझासकत भोवता हूँ ।
वाणीहीन बता हूँ
(प्रायः बयता ही हूँ!)
( सौह कवच में सिपटा
ज्वाला में गलता हूँ।
झभिशप्त प्रतिमा
(प्रस्तरीमूत भात्मा)
हैं!
घुटता हूँ,
दूदता हूँ!
झो मेरे निकटस्थ
- मंत्रविद् “मै”
सुमसे चल कर भी
जो मुश्त तक झ्ाज तक नहीं पहुँचे
पझपने उन गूढ़ संकेतों से छूकर
छुम मुझे श्ापमुक्त्त करो;
डूटे यह मेरे और 'भेरे”! बीच का
प्रमेध लौहावरण
मुक्त बर्ने
हल मुझ तक के
सब सम्प्रेषण 1
्् १७
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