वैदिक व्याकरण प्रथम भाग | Vadic Vyakaran Pratham Bhag

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Vadic Vyakaran Pratham Bhag by श्री रामगोपाल -Shri Ramgopal

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्री रामगोपाल -Shri Ramgopal

Add Infomation AboutShri Ramgopal

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
छ्छ ७६ ढ्रे ढ़ ११७ १२२ १३१ १११ १९९ २०५ ३२०६ २१६ %ह७ २२१ 3 २३२ २३४ श्श५ २३६ श्८७ २९३ ३१६ ३१९ पंक्ति ३ (नीचे से) १८ 3 है १९ 1६ १६ ८ १३ २ (नीचे से) ८ (नीच से) १२ है. २ (नीचे से) फुछ है॥ हि. १२ पृ १३ 1१ ९ शुद्धि-पत्र अशुद्ध अनुसार भुक्नतूक्षण इन्द्र देवाष्पिंट्‌ है तन्व॑मू्‌ विभ्व॑स्त्‌ प्र० एु० टि० ९० इति मी०हुषे द्यावापु थिवी अक्तान्न अजादि । अववेनामस्थान डुरु-व्यब्च्‌ द्वि० पाद ह्वि० उपललुंध प्रियार्णास्‌ स॒० ए० प्र० एु० प्रातिपादिकों (27 ) शुद्ध अनुस्वार भव॒न्तूक्ष्णः इन्द्र देवीष्पद्‌ दूडाश्‌ तन्वेम्न विभ्वम््‌ प्रथ० ए्‌० अनुं० ९० इतिं मी०हुपें यार्बाधथिवी अशक्ताह्न अजादि असवंनामस्थान उरु-व्मब्बू्‌ द्विती० पा झ्ती० उषर्बवें श्रियाणांम्‌ स्‌० ब॒० प्रथ० ए० प्रातिपदिकों




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now