दादा गुरु भजनावली | Dada Guru Bhajanavali
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
21 MB
कुल पष्ठ :
626
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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उदयपरत्न
कनऊदकीर्ति
घ॒माकल्पाय
पएमाकल्याण
पैमतागर
खुघालचंद
सखुवालचंद
गुलाब
गुलाब
गोपाल
जिनफवीन्द्रसागरसूरि
जिनकर्वीद्रतागरसूरि
जिनकर्वीद्रतागरसूरि
जिनकर्वीद्रतागरसूरि
जिनकर्वीद्रतागरसूरि
जिनकर्वीद्रतागरसूरि
जिनकर्वीद्रतागरसूरि
जिनकर्वीद्रसागरसूरि
जिनकर्वीद्रसागरसूरि
जिनकान्तिसागरसूरि
जिनकृपाचंद्रसूरि
जिनचन्द्रतूरि
जिनमहेन्द्रसूरि
जिनरगसूरि
जिनप्तीभाग्यसूरि
जिनसौभाग्यसूरि
जिनहरिसागरसूरि
जिनहरिसागरसूरि
जिनहरिसागरसूरि
जिनहरिसागरतसूरि
जिनहरिसागरसूरि
जिन्डरिसागरसूरि
जिनहर्ष
जिनहर्षतूरि
जिनहर्षसूरि
जिनहर्षतूरि
जिन्हर्भतूरि
जिनाक्ददायरस्रि
जिनाक्दस्ागर सर
गुणियण जिनदत्तसूरि
संदगुरुजी ये सॉमलो
राज श्री जिनदत्तसूरि
सदुगुरु का ध्यान
श्रीजिनदत्त के चरणों
अम्ठ घर रंग
सदृगुर सेवा भाव
जिनदत्त का धान
श्री वीर के महाधीर
धीरे धीरे गारे गुरु
आओ मनायें आज
आज मनावो शुद्ध
उनका जीना
गुरु की जय जय
गुर जिनदत्त की
चालो पुष्य प्रतापी
दयामय मेहुल्ला आजे
यह आज जयति है
है युगप्रधान पधारो
पूछे सोमचद
सदगुरु न्यारा रे
श्री खरतरगच्छ पिर0
जय बोलो सदुगुर
अरज सुणउ
पूजो भजोरे भई
संदगुरु के चरण
अति पुण्य नाम
दातार मेरे प्यार
परम गुढ़ ठेदा पई
श्री जिनदत्ल सफदर
श्री दाद्य रह दा
थी सदूरात सुल
गे डाक रद पथ
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