जब खुद नहीं था | Jab Khud Nahin Tha
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
564 KB
कुल पष्ठ :
96
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)डुबा ले
दु ख नहीं कोई कुछ म्लान
त्ीजो पर चेहरों पर
एक गहन आत्मा प्रसन्न
विस्तृत आकाश खुला
धरती अनन्त
हो ऐसा। हो ऐसा!
दूर-दूर तक ओझल अघकार
पक्षों अपार पेड
पेड से घनी उसकी छाया
बहुत बड़े घेरे मे नाच
नींद
सपनों की महासृष्टि
लहर-सी
आये डुबा ले।
जब खुद नहीं था. 25
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