हिन्दी बंगला शिक्षा भाग - 2 | Hindi Bangala Shiksha Bhag - 2
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
162
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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४ ,.. बंगला व्याकरण 1 श्१
फलवम+नकललान अ्लनन नेनन लिन जजरन 4००००
जेवे-वि-+८वत वन्नीटवाग, सि.+ वस, स्मतोद्रम, मि«+ व्रवस्स
मीड़व, फू ,+ जंग रफ्तुतांग 1
४४। 'ह परे रहने से, पूर्वव्तों जिसगेका शिकल्प से
सोप होता है। जेंखे--भन:+ छ८ ममण या मननछ, छू +श न
छूइ, इत्यादि ।
५४५। समास में द यश के परे रहनेसे विछर्ग के स्थात
में विकल्प से न होता है, और वबहोग् अगर 'अ रा सिन्र
खरपर्ण के बाद का होता है तो हो जाता है। जेसे--
नि +कर्तीर निकर्सी या नि-कर्यी ,छा४+ कब्र ८ जांकव्र,छ|+कत ,
5:+कव ८ छूतव, छूलकव् , (ठक्ः+वव5८5फखत्र, (उ् दत्न ,
छां,+थडि> जाव्यडि, छा थडेि , नि. + यतसत निष्ल, नि झा ।
५६। अकार भिन्र खरवण परे रहनेसे भकार के बाद
के घिसगका लोप होता है। लोप के बाद फिर सन्धि नही
चोतो। जैसे --अड +जव७यजउवय, थे +छघन््-शेंग्रठघ।
५७। वेँगला भापानें पदर्क अन्तस्थित विध्रगेका विकस्पर्मे
लोप होता है। यथा-ग्लड , कलठ , विध्ययड,, विएयं
शड , वश्चुछ,, वु , मन , मन।
शह्वाविधान ।
“ग” के लगानेये स्थान |
भूषद! 4, ज़ू, गके वादकशा दन्त न मूदेन्य होता है।
लेसे-+% वर्क, हू०, दिवोर्ग दिक्कत, ऊँक गश्णि 1
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Amanpreet
at 2021-01-17 08:27:29