स्त्री - सुबोधिनी भाग - 5 | Stri Subodhini Bhag - 5

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Stri Subodhini Bhag - 5 by मन्नूलाल गुप्त कानूनगो - Mannulal Gupt Kanunago

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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स्रीहुबोधिनी द्वितीयमाग का सूचीपत्र|_ २: न विपय पृ चुना योतने की रीति ३२ पायजामा ब्योंतने की रीति ; श्र ओऔरेंबी पायजामा की रीति ३२८ कुर्ती ब्यॉतने की रीवि ३२८ दासन व लगा सीना ३१६ चोली ३२६ गोटे टौंकने की रीति ३३७ गोखुरूदोंकने की रीति. » : » ३३० शिल्प विद्या। प्थकाल की शिर्पविद्या ३३२ चोदह विद्या ओर चोंसठ कला ३३२ घचासटकला का विस्तार ३३३ मुझय रग श्र उनके भद्‌ ३४० रग के अनेक भकार ३४१ रगें। के नाम ३४१ किस पस्तु से कौन रग बनता है. * ३४०२ कौन वस्तु रग काटने ओर फौन रग पका करने में -वर्ती जाती है ५. ३४३ रेंगने का कपड़ा कैसा होना चाहिये ४... हैपुड़ किस कपड़े पर किसका कस चढ़ता है ५३ - रण को गहरा करना है ३५३




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