पुस्तकालय संगठन एवं संचालन | Pustakalaya Sangathan Avam Sanchal

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Pustakalaya Sangathan Avam Sanchal by श्यामनाथ श्रीवास्तव - Shyamnath Shriwastav

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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श्प पुस्तकालय सगठन एव संचालन ३. कर्मचारियों की व्यवस्था करनी (5५178) कर्मचारियों की नियुक्ति, वदोच्नति, प्रशिक्षण की व्यवस्था करना, यदि आवश्यक हो तो, और उनके कार्य करने के लिए. अनुकूल वातावरण का निर्माण करना । ४. निर्देशन करना (916०) पे इसके अन्तगेंत कर्मचारियों की आवश्यक निर्देश देना, प्रशासन सम्बन्धी मय करना तथा कर्म चारियों को इन निर्णेयो पे अवगत कराना है ५. समन्वय करना (ए०-णर्केएभी०8) कार्यालय के विभिन विनागो में समन्वय कराना तेंया उनमे अन्तेसम्बन्ध स्थापित करना $ ६, रिपोर्ट देता (8०७०४॥४) अ्शासकीय कार्यों की प्रगति के सम्बन्ध मे उस सस्वा को रिपोर्ट प्रस्तुत करना जिसके भ्रति कार्यालय उत्तरदायी है 1 अन्तिम चरण में ऐसी रिपोर्ट विधान सभा में प्रस्तुत होती है । विश्वविद्यालय पुर्तकालयो की रिपोर्ट सिन्‍्डीकेट के सम्मुख प्रस्तुत होती है। ७ बजठ तैयार करना (छणव8०178) इसके झन्तगंत बितीय योजनाएँ तैधार कई प्राककलन बैनानों तथा उसे उपयुक्त अधिकारी के समक्ष स्वीकृति के लिए प्रस्तुत करना होता हैं 1६ जिनका घ्येय ही मुल्य मात्र की सेवा करता है. उनके लिए तो यह सिद्धाम्त व तर्व बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। विभिन्न दिभागों का झ्रापसी समन्वय, सहयोग, कर्मचार्सिसों में विश्वास की भावना तेया सौहारद पुस्तकालय को. सफयता के मार्ग पर अग्रसर छ७( ९१९९३ 1. 1.9. क्रगा०- बुफ्लन010०५णा ६० प्राए 51009 ण एक्णार #&५0रएं शाए/- (0. भ्‌ं 8णगभि७ 5. ए- 41. 2. रन छ७100$७४०172* बएचा1०एो० 507 शिग्णाए० छण ९एणाए #&311्रं1%& [भाणा >तशी।औ084% टल्ापगे छ्ण्ण ए५7ए०७ 1953. 9-1 1. ३, >9- इएछरा०- ०?- ला ५ ए- 35: 4. ?- छः #&9710०१% #एणा० शाऐ #ाप्रणशध्एण क्रागाव03% टला 5००: 9८००५ 1919- 7- 42-3- 5 छप्र०णॉ५ 209९ छोफ०फ- >5एप्जाए #तापागएक्षीणारक पब४ज्ज फएटाथाप 2०., 1964. ४-1 ३0- हुए. ४४० 6प्लञा1ण- गकैवजाताआाशारर एल्लापरंग्ण- ए.४० ३(०एगी57% 1957.




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