नम्मया सुन्दरी कहा | Nammaya Sundari Kaha

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Nammaya Sundari Kaha by प्रतिभा त्रिवेदी - Pratibha Trivedi

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about प्रतिभा त्रिवेदी - Pratibha Trivedi

Add Infomation AboutPratibha Trivedi

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
[१५९-१६६ ] _ अ्म्मयासुंद्रीकहा । १५ भषियाणंतरमेव य पमोयभरनिब्भरेहिं तेहिं पउणीकयाई जाणवत्ताई, गह्ठि- थाई अणेगाई कयाणगाई, सहाईकओ नाणाविहपहरणविहत्थों सुहडसत्यों चालियाओ बहुविहाओ [१६41 पयईओ | समुच्छाहिया गेघवनडइकारया चारणगणा । पयट्टा कोउडगावलोयणलालसा संयमेव पभ्रूया छोया | तओोे पसत्थवासरे कृयक्रोडयमंगला परिवारपरिवारिया पवडूंतपमोयउद्धुरेहिं बंध-5 वेहिं सपुत्तकलत्तेहिं मेचेहिं सहिया चलिया दो वि सहदेव-वीरदासोा। कह १ गंमीरतरघोसपडिसदपूरियनहँगणा, वहलघूलीपडलघूसरियपेच्छयजणा; * बस्धतसंखकाहला, बणे वणे पठायमाणपुलिंदनाहला; ग्राम गामे पोएजमाणा गामिएहिं, गोरविजमाणा गामसामिएहिं; “* कुणमाणा महब्शुयभूयाओ प्याओ जिणिंदा्ं गामनगरेसु, अद्डया(१)-10 विलेबिएरडिं पयाणएट्टिं सुत्थीकयसमत्थसत्थिया सुहंसुहेण संपत्यिया । पत्ता कम्रेण नाणावणराइरमणीय रेवासनैभूमिभागग । परितुड्डी य सुंदरी दहुण बहले- तरुंगरेगेतकंचकारंडवैहेंससारसाइविहंगसंग्॑पत्तरम्मयं महा[नई १] नम्मय । आवासिओ य सो कडयजणो हरिसनिब्भरो तत्य । सहदेवसमाएसा भूमाएं सम्गरसणीए ॥ १५९1७ बीयदिणम्मि सदारा कयसिंगारा मणोहरायारा । मज़णकीलाहेउं रेबातीरं गया सच्चे ॥ १६० पेच्छ॑ति तर्य सरिय महल्लऊछोलमीसणायारं । फत्थइ अन्नत्थ तरंगभंगुरं सुप्पस्त च ॥ १६१ कर्थइ गहिरावत्त कत्यइ कीलंततारुपनरोहं | 90 कत्थइ मजंतमहागयंदमयसुरहिजलवाह ॥ श्द्र विज्ञगिरिपायपायवपगलियघणकुसुमगोच्छचिंचइयं । अवियष्दक्ेयणाओ शिरेद्य ते दुह६ दुं ॥ ” करे हरिसेण त॑ पविट्टा उब्बुडनिब्बुडणेण कयहासा | विलसंति ते सहेलं सम्मं महिलाहिं परित॒द्ठा ॥ १६४४ सिंगियमजलेण फेई पहणंति प्रोप्परं पहामसिल्ला [* अन्ने हरियंदगपंडियाहिं हम्मंति महिलाएं ॥ * शृदृप परिकीलिऊण सुदरं संपत्तपारिस्समा समत्तिन्ना | _ वो मह॒दृद्यओ करिति जिणदबिंवपूयाई ॥ श्द्दृ अब ननननन+++++०५+++ पलक मनन कलम+नकिल- 77 न्‍ पेरिस, लत! 7 4 उद्दरेहिं. २ दसों. ३ 'सवन्नर, ४ पढितुद्दा, ५ छटक ,. ६ डारज्सव*, ७ मार, ८ कीह. ६




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now