स्वास्थ्य के प्रयोग सिद्ध उपाय | Svasthy Ke Prayog Siddh Upay

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Svasthy Ke Prayog Siddh Upay  by एस॰ सी॰ मेन्कल - S. C. Menkal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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स्वास्थ्य की उप्रानवायेवाए २७ बेचनी की आवस्था में क्रवटों बदलते बीत जाता हँ | हम लोगों को साना तो चाहिए क्‍योंक यह निद्रा स्वास्थ्य के [लिए तथा आपने जीवन के लिए नितान्त अ्रावश्यक हैँ | वैज्ञानिक अ्प्रध्ययनों ने यह स्पष्ट रूप से दिखला दिया हँ कि शरीर को आआरोग्य रखने के विचार से ऋ्याँधक देर तक सोने की अप्रपेक्षा नीद कौ गहराई वा महत्व आ्ग्राधक ह | नींद को तीन काल में चाटा जा सकता हैँ पहला चह समय हँ जब हमें नींद ह्याने लगती हँ इस समय हम लांगों की मासपोशिया साथिल हा जावी हाँ, झरीर अ्यपनी उचित स्थिति में अ्याने लगता हाँ, मा्नासक तनाव दर होने लगता हँ 5ग्रार भावनात्मक समस्याएं दूर हां जाती ह | इसके बाद गररी नींद का समय ह्माता हँ | इस समय हम विस्मरण की गहराई में पहुचाते है | इस नींद की गहराईं में नईं गत प्राप्त होती € | तीसरा काल हैँ बह जब हम गहरी नींद से जा। उठवे है । चारपाइं में सोने के समय ही हम अपने उप्रपने व्यक्तित्व में रहते हो | जितना जल्दी ह्म गहरी नींद में पड जाते उतना ही कम हम लागों का विश्राम वा समय कम होना चाहिए | [शाथिलन करने की सामर्थ तथा सगरें जाना [विभिन्‍न लोगों क अनुसार मिन्‍न हांता हँ | साने का विमिन्‍्न समय आर गति का जो सम्बन्ध है॑ बह उनकी गहरी नींद पर प्रभाव डालता हँ । याद हम अग्च्छी तरह सोना चाहते हो तो हम लोगों का मार्नासक तथा भावनात्मक समस्यात्रों को ऋ्पने मन से दए करने तथा श्ीघर ्ायलन करने की कला वा ज्ञान प्राप्त करना उ्रावश्यक हैँ | कंसे सो सकते हो | गहरी नींद के सबध में, झरीर का ध्यान रखते हुए समुचित खान पान की व्यवस्था करनी चाहिए हर ननर्मामत रुप से अपने दौनक कार्य का सतुलन रखना चाहिए | उप्रपने दौनक शारीरिक कार्य में ब्यायाम भी सॉाम्मालत हँ | ये सब गहरी नींद प्राप्त करने में सहायता करवे हौँ। जझारीरक तथा सानौसक । रुप से विना अरप्रॉधक थके दिन को स्वास्थ्यपूर्ण उप से समाप्त करने का ध्यान रखना चाहिए | बँठो बंठो काम करने बालों के लिए साने जाने के पूर्व कुछ पंदल | चलना लाभप्रद होता हँ [| छुछ लोग [झायलन प्राप्त करने के [लए निर्यामत । सप से स्नान आर ठ्टूटी करते, झरीर को फलाते झ्वास-व्यायाम करते तथा सोने के लिए विधिपर्षक तैयारी करते हाँ जां बहुत लाभप्रद सिद्ध हुए है 1 । झारीरिक अप्रथवा स्नार्थावक सनाव >प्यार यक्रवदट के कारण भगरहती नींद नहीं




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