अनुवाददीपिका | Anuvad Deepika

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Anuvad Deepika  by पंडित सीताल प्रसाद - Pandit Sital Prasad

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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+ श्रक पद उस के पीछे रहता है। . - « (६ कई) त--+>-.7-_-ततत+__्तत1| शुद्रे भवति । ब्राह्मण श॒द्व होता हैं। यहां ब्राह्मण उद्धेश्य ओर 1उम्त का त्राद् छोना विच्रेय है । ८5 ४£ - बाक्य .में सबेदा उद्देश्यवेधक पद पहिले. ओर विधेयबा- अनन्त स्त्रीलिक शब्द , रमा> लक्ष्मी | रमा नाम स्वर. 1 घेनुू द्ुघार गो । रमा ) रसे । समा; । चेनूः । प्रेत” घेनवः 1 समा । देना रमा | समा 1 बच्चःच्बहु |, (सवा) । . - बच: । वच्चे। | वच्चः । से। सब । सब: 1 भरच्मीं 1 * (बि) लिख: । , ,. भू: लव | खरत्रः | - मलि्बुद्धि * दुद्दितृ- लड़की । बेटो ,। मलि; । मतों मतय; । टुहिला । दुद्वितरी । दुच्चितर: नदी«नदी । 'छूल बद्दन 1. भगिनी । . नदी । नद्यो | नव्यः 1 स्वसा । स्वसारों स्वम्नार: आ्रौ>लष्मी । शोभा | - द्योल्स्वगे 1 आकाश | श्री: । श्रिश्ने । किय; 1: ब्यो; । द्यावी । द्याष: | स्क्रीज सती । , नोज नाथ 1 स्त्री । स्वियो । स्विय; ने। । नाथ नाव: ! , क्लोप 1 निम्मेल- स्वच्छ । प्रसन्नन सन्‍्तुट्ट । धघात 5 लख- विपयेक- भ्या. पर- अक्-+ शो, स्फुर- लुदा-पर-अक-* प्रकाशक 1 प्िल हो | विलास क- । स्फुरति | स्फुरतः 1 स्फरन्ति । घिलसलि । पिलसर्त: । विल- दृध- भ्वा- आत्म- अक-० बढ़ना | सन्लि | ५ यू बड़ते । घद्धंते । बड़ुनते । - (| 0?उ_उ३उ_॒क्‍क्‍क्‍किज-पपपपपपपपपप+




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