भूभ्रमण भ्रान्ति भाग - 1 | Bhu Bhraman Bhranti Bhag - 1

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Bhu Bhraman Bhranti Bhag - 1  by प्यारेलाल जैन - Pyarelal Jain

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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५ (२! ) मिन्‍न २' जगहों से बोक का झुकाविला करना एक खास पदार्थ विद्या है। हिन्दुस्तान, इड्न्‍लेड की शपेक्षा ऊ'ची जगह पर है इस लिये हिन्दुस्तान में कशिश का खिंचाव इगलेंड की अपेक्षा कम है। इस लिये हिन्दुस्तान मे भारी चीजें इ'ग्लेंड की अपेक्षा झासानी से उठाई और फंक्री जा सकती हैं। लेकिन फर्क [अन्तर] इतना कम है कि भसाछूम नहीं होता । भावा्थ-आाकर्षण शक्ति सब जगह कसी नही । जो केन्द्र से लम्बी रेखा पर है वहां कम आर केन्द्र से! कम लम्बी रेखा पर क्रधिक वजन होता है । * 0, 25 1॥£ 0107 0 1 ॥£॥॥2॥8 /, [23 124 11 ६16 00807 07 परछि6 का & हैगी0ु. छाशा तप 1९38 ०5ए9श1167६8 बयवे व ६08 ०एश्राशा ए७०8 हशहा३ (16) 4006 9810७ 15 ड्याते5, 07 06 18 6 ग्रद्वाओ6 छ0्णंवे ॥छ,0 60 गे! ॥70फ087 ह6 85९९1 40660 5% गाते कह 016 8९९०ऋत - 776 प्रा1० 00०फ़ाथ्व 97 प6 ०0 07 फएए मी [00 ४%णप्रपे फझ९ म्ि8 उधाए, ख्याएँ शा ही ईलतछ आछ1ए0पाप सी वीफणाही आराश्शि ई 0० वा 5




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