विश्व के प्रमुख संविधान | Vishv Ke Pramukh Sanvidhan

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Vishv Ke Pramukh Sanvidhan by वीरकेश्वर प्रसाद सिंह - Veerakeshvar Prasad Singh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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जिचललब् िध्पात्कयो व्क व्लिर्‌ कछुच्छ प्रनक््छख प्रनथ्काचइाजय पुस्तकों को नामावत्ती राजनीति-शास्र 1007010ए91650 40 छाणोेए#:कीएणा 17 17018 ऊः 8 ए 87080 राजनोति-शाल के मूल सिदात डॉ० वीरकेश्बर अ० धिुए विश्व के प्रमुख सबिघान ब्रिरेन तथा अमेरिका के संविधान भारताय शासन-प्रणाज्ी ताक आधुनिक राजनीतिक विचारघाराए भारत का सबेघानिक एब राष्ट्रीय विकास ड़ #.. प्रथम विश्व युद्ध के पूर्व विश्व राजनीति ह्सः ढॉ० दौनानाय वर्मा (१८७१ से १६१८ तक की बूटनीति का विश्शेषणात्मक अध्ययन ] ६ शतराष्ट्रीय सम्बन्ध शॉ० दीनानाथ वर्मा (१६१६ से १६७० तक को अन्तर्राष्ट्रीय घटनाओं का अध्ययन ] १०. भारत और बिश्व राजनीति क [ ब्रिटिशकाल में अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति में भारत को भूमिका तथा स्व॒तन्त्र भारत को विदेश नोति पर प्राम्माणिक ग्र थ ) ११ जापान का संविधान ४“ हॉ० धोरफेरबर प्रसाद सिंह २२ नेपाज्ञ का सविधान बल १३ चोन का सबिधान हा ५ घ है इतिहास $ दे # के न्‍ीओन न #%० हैं क+ डॉ० दीनानाथ बर्मा १ एशिया का इतिहाप्त [ पश्चिमी एब पूर्वी एशिया का सम्पूर्ण हतिहास ] २ आधुनिक यूरोप] & व्‌ के 11789 से 1948 तक का (वश्लेषणात्मक बिवेचन ] ३ शणछफालीन भारत (1596 से 1761 तक का बिशद् अध्ययन ] ४ आधुनिक भारत का इतिहास डॉ० दौनानाथ बर्मा [1740 से आज तक का भारतीय इतिहास का प्रामाणिक मिवेचन ] ५. मानद सभ्यता का विकास डॉ० दोनानाथ वर्मा अग्विका प्रसाद शर्मा ढॉ० दौनानाथ मर्मा डॉ० दोनानाथ वर्मा सक्तत १ स्नातक सस्कृत ब्याकरण & श डॉ० नेमिचद् शाक्री ५ अयशाख्र रू आरतीय अयशार क एश० एम० राय ३२ मुहा णब मौद्धिक सस्याए एक्ष० एम० राय [पुद्रा, मैंडिंग, राजस्व तथा आत्र्राष्ट्रीय ब्यापार का विशद्‌ एव तुलनात्मक क्रष्ययन ] ३. भगशास््र के सिद्धातत १ एल० एम० राय ४. साईजनिक अर्थशास्त्र न एल० एम० दाम ६ थ्रार्षिक विकास के सिद्धान्त कक एल० एम्र० राय ६ झौधोगिक संगठन एवं नियन्त्रण के एल० एम० राय ७ मदान्‌ राष्ट्रों का श्ाथिक बिकास के इल० एम्० राग ८. सोडियत सघ एवं जापान का आ्दिक बिक स एल० एम० राय ३. भारत झा आर्थिक विरास बन एल० एम० राय १० रारस्ब के सिद्धाम्त कड़े एक्त० एम० राम ११ अस्वर्तद्रोग ब्यापार एल० एम० राय




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