कसाय पाहुडं [भाग 7] | Kasaya Pahudam [Bhag 7]

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Kasaya Pahudam [Bhag 7] by गुणधराचार्य - Gunadharacharya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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- सिरि-जइवसहाइरियविरइय-चुण्णिसुत्तसमण्णिदं सिरि-भगवंतगुणहर भडारओवहइं कसायपाहुडं स्स सिरि-वीरसेणाइरियविरश्या टीका जयघवला ः तत्थ परदेविहत्ती णाम पंचमों अत्थाहियारो +>>ह्व# सबमंड4कन ; कालो | $ १, कालो उंच्चदि त्ति भणिदं होदि । ढ४>४०४«“*४*“२*>न्‍न्‍लन्‍्हरल>स्रसजसडलमीटमस मसल नल मर्ज जरजरीजरन्‍>रररन्‍ल जज टडस्‍ज >> . 9 काल । ६ ९. काल॒का कथन करते हैं यहःउक्त कथनका तात्पर्य है |




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