क्वासि | Kwasi
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज़ :
1 MB
कुल पृष्ठ :
150
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)२५
सस्फृति अरणु प्रत प्रचारक जैन मुत्रि आचाय चुलसा है। सस्कृति रमण मह॒षि
है। आप देँसेंगे। पर एँसने शी यात उद्वी है। सस्कृति है आत्म विजय,
सस्कृति दै राग पशीसरण, सस्हृति है भाव उदात्तीपरण । जो साहित्य मानव
कौ इस भोर ले ज्ञाय, वद्दी सत् साद्दित्य दै ।
ालरप्ण शर्मा
*, विण्ठसर प्लेस,
नई रिद्खी
७ पितम्बर, १६५२
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