बाल कथा कहहनी भाग 9 | Baal Katha Kahani bhag 9

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Baal Katha  Kahani bhag 9 by रामनरेश त्रिपाठी - Ramnaresh Tripathi

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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1 टदनगटोलछ की कद्ानी ए्१ 8५ ६३30५ ८०६३० ६००६३३७ (01९)154 ०६१७ ३००६१०००५८०६१००५०६९७ शिवजी ने कहा--तुम दोनों अच्छे ” लड़के इस पर बैठकर सिर क्या करो | जब चलाना हो, तब कहना 'गचछ; जल्द चलाना हो तब कहना शी गचछ'; ठहरना हो तब कहना 'तिष्ठ! | लेकिन भूठ बातोगे, तव यह नहीं चलेगा ओर तुम्हारे पास रहेगा भी नहीं । यह कहकर शिवजी अस्तर्धान हो गये। दोनों लड़के उडनखटोला पाकर बडे खुश हुए । वे उसमे जा बैठे । लडके ने कहा--गन्छ । लि लत ् अपन 2 से 2 4 डआ> 1-८ कक, दोनों छड़के आकाश की सैर करने एगे बह उड चला। वे दोनों पठशाला के पास जाकर बोले--- २०२९७ ०२ कीच 2७० ४ च2२२: ९७ ९) ४ (32२ ४४(2२२ ४४-1२ ४ कई ! 07:७२ ७७६०० ४७32२ ४३३०२ २५3२२ ४७६ १7) ४६३२२ ४२ बीच दस स्यर डक




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