गोभिलगृह सूत्रम | Gobhil Graha Sutram

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Gobhil Graha Sutram by पं सत्यव्रत समश्र्मी - Pt. Satyavrata Samasrami

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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कक: ॥ बंद ॥ देद से बढकर दु्िया भर से कोदे प्राचीच एवं प्रामाणिवेचकलीमिकेट ग्रन्थ नहीं है,मनष्पों के हिताये दस से बढ़कर किसी भी भाषा वा घमे-सम्प्र- किक ृ दाय में ग्रन्थ नहीं।इस विपय में एक सप्रमिद्ठु विदेशी विधर्मी जासंन विद्वान # भह् मैशमूलर साहय यों लिखते हैकि वैदिफ संहिता का भाव, भाषा,लातप- ल्‍पें रचना प्रणाली और व्याकरण चित वैज्ञतएय की विवेधनः कर दे पने से स्पष्ट प्रतीत होता है कि संस्कृत भाषा में-संसःर के विभिन्न जाति घोर देश की किसी भाषा से वैदिक संद्विता की यरावर कौ पुस्तक नही यह अति पुरातन सस्कृत साहित्य का प्राचीनतम ग्रन्थ ऋग्वेद' संहिता है। यही मनुष्य जालि के द्विताथ प्रयम् पुष्तक्ष, सानवीय सभ्यता का एक मात्र मथम निद्शेन मनुष्य जाति का प्राचीन तम इतिद्वाम और घने विश्वाम का म्रसथ पथ प्रद्शंक है-झल एप यह मनुष्य भात्र ही को शाद्रणोय है! मनुष्य जाति फेरे जिस समय का दतिहास ऊहीं नहीं पौया जाता, शिश्व सभय को चिन्ता, धर्म, विश्वास, सभ्यता, उपासना, पहुति, देधोत्यापन, सामाजिक रीति नीति, प्लयाशा भरोघा और ह्ुदूय का भाव फाल के अनन्त खरोत के गर्भ में घिलीन हुएहें, जिस समय को इसिहास के उद्ठार के शिये झनन्‍्प- सपाय विद्यमान नहीं, उप्ती स्म्रणातीत समय पता इतिहास सुप्रणालीबदुरूप ऋफ्‌ संहिता में सोने के श्रक्तरो में लिपियदु हैं। इसी निर्मित्त सम्य जगठ मे सत्र पणिह्तत सगहली मे ऋग्वेद संहिता का इतना सम्पानप्रीर प्राद्र है। न मम न अप + गरपा6 ए6९४७ 178 8 ५७४० 010 ग्रा०1९४४. 10 0९107088 10 100 ॥19/075 0४18 #%000, छत 10 9989 ॥781079ए ० 14 उऊ 108 %१४105 01 1796 'फ़्चघेपे, भा ए९व5५ मी 9 छुबए जोगी ग० वर्ण कण: जरा गाड णीछ वैणाहुप्रवहु ०० की।. 10 ०68 घड 950६ 10 09108 01७5० 5० 186 70 7200745 07ए एमञ67९, धाप्वे हाए९5 एप३ 16 एट7ए प्रा0/15 ०1६ हुलाएा107 0/गाछा,0( ७1008 00180791६6 ज९ ९०पाँव णितर 006 016 5 ६0९5६ (४प्तव(५ ३ ग्राल्य1$01००1]0०प%९६ क्ापे वच्नाह0९0083. ह8 109 85 गण ९001रा0$ 10 ब.० कक प(९7056 का. 16. रंपर्श०) 01 218 21९0, घावे ६७ 03 88 प७ ९०९७६ 13 ॥्रा३चए5$ शापे ग्राए5छप्रा15६ 116 7९108 ए 00067 बठु९8, 116 गि8॥ 9040० 9 फ़ग+ 19ाड्ठ 105 0०1 %०0०७७ फऋषाह) ९णावाए (90 #00०0:-७ 01 ६18 4पडफुमा ॥्छाथा 06 त्रीयते, तलेग़ाहु 07 एएटए 60 पाए कह शर्त, ताए श्रा0४ ग101५11, 01 0005 वक्त ाए 0७ ए॑ शावाताएं, ७)णा 15 क्ञाणा0 काशणा पत्र 11 2जा135९४४७ गयते वक्त (910550 8 8) का जेधड ग्रापोररेड वात 7 जैारला। हिजाक वर वजाटततएाल 7 06%




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