भोज व्याकरणम | Bhoj Vyakarnam

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Bhoj Vyakarnam by महोपाध्याय विनयसागर - Mahopadhyay Vinaysagar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about महोपाध्याय विनयसागर - Mahopadhyay Vinaysagar

Add Infomation AboutMahopadhyay Vinaysagar

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
(१८) ब्गुभनभरभा ओप्डी श्री वर्षमान स्मभरशी से मे घावेक्ष शनाइयनी शिक्षा प्रशर्त पंथ >स, १७१६८ भा ४०७ लूत्स्भा वर्धमान पध्मणिछ्ठ ओण्8 यरित नी हस्तप्रत क्षणनार पू. सीलाज्यसाथ१७ गशिवर्य भ,सा भू भहे।पाष्याप्टना विधान शप्य छता। जा सीलाज्यसागर२० भरा ना १ परदेशथी जमद्ववाधना खेयक्षणम्ठीय ओह साध्वी श्री वीक्षापर पारेणे श्री शत्रु ब्यय भहातीथने। सध डाइये।' ब्स्व पर्णन सुर७भुनि स्थित, 'ीक्षापर रास भाथी भणी रहे छे भुरछभुनि मेन शोलाण्य साणरछ हा श्र जेभ कषाणे छे॑.. 8506 रास पीतरा्ण सहेश भासिशभा धइमश सा पर्ण अगर थछ गयेव छ. (वि से २०३८ भा) पद्चवव्री अथ ६२ ग्नशु शदाय छे मे सा १९५३भा ४०७ 'बाण३इना जायि।ए जामना' भद्ढाता ओेजीय सेाभाय ६ श्रीष्श्याणसागर सरिष्टनी 8पहेशवी दीक्षा! स्‍्तीआरी €ती 1' सेभासागर२० नाम राभी मे विनयसाभरण्ना शिष्य तरीहे स्थापवाभा स्मान्या हर ई 1 छ् + 1 8पाष्याय श्री लाप्ण्साश२९७ जर्शि 2५ ' + ल्‍ ; । 5 + पू भह्ठे। विनयसाणभरण्ठगणशिना शि छपाध्याय नोन्स्साण२० ने 5ल्‍तेण आप्त थाय छे + पी ल्‍ मयुध्षगरछपधिपति पृ: जय श्री, अध्याशसागरसरिरस्थित श्री थितामणिपा्थनाथरतेन पर ,8पाष्याय भाष्स्साण२ से सरइतमा सुजावभेष विवरणु रच्यु (ते पद्च था मुन्ध्ण छे , - ७. +४।7 11 श्रीडिन्तामणिपाअवाथमहिमापेत पत्रित्र स्फुर्त्‌ स्तोत्र सैस्कृतमाषयाउत्र किमपि ब्यावर्णित मावतः 1 , श्रीमत्प्राजविनीतमागरकवेः शिष्येण भेजाब्धिना “पाव्यायेन ! सुखावबेध विदधे सश्योत्मना कारण ॥९रा। कु के, मे 1 ) के आथ ना पीयूष पृ १3 $ ' जही. “पशाविनीतक्षागरडवि” से हब्तेण भहे। विनवश्वागरथ्नाव्र हैशे डरणु हे मे समयभा बिनीतसागर 3वि ना ढबक्लेण आप्ते थते। नथी * के ' 1 ० ही ५ भद्दे] विनमनज्नाथर० ना जनय झा शिष्य भुनिश्री हेमसागरणले श्री विश्श्यय & डेववीयरिव 4०३ तेवी अशम्ति जा अभाएे छे, से १६७७६ वर्ष! भ्रगसिर सुद्रि 3 ५, विनयसाणथर तत्‌ शि भुतनि हेमसाभर धिभित, श्री मामूस्थक्षभध्ये जि अत पारणुना श्री पाडीपार्ईनाथ जानभ डरभा जिधमान छे ः प. भद्धेपाध्याय रेबसागर२० भे साहेणे ऐेमीनाममात्षा याने मलिधषानयिताभशि आअशभ्रथ पर स १९८६५ भे। नवानगरभा ब्युव्ति स्नाइर / नाम5 ३८००० >केइअ्भाण अय रयेक्ष छे े -ड3पस ७२-- जाअथवु ज३पी भुरुश बहेह्समा थतु छाई जते जमे शिड्र राज्ख्यता जिरिर३ शहेर पासेना श्री समेत्तशिणर२२७ भद्तीयु ना भधुकन गाभभा हर डा ज। अथना पाछणना विक्ञाणवु तथा परिशिष्टादिव' निरीक्षए थर्ध शडेक्ष गंदी था अथभा अयाय हशीअत विरु६ विगते। व्वणुवामा जावे ते विलए ले जभा३ ध्यान जेयवा भास सकाभरु छे भाश। छे है विद्ाना समक्ष जा अथ अथमवार खापते छाए तेजाने रुथिप्र मनशे ओ निशा छे अयाय जश्नाज। प०%६ येजन थयु छेतथ ते भह्व छहाहिड मिरुछामिहु ७४३ से २०३९७ न्यप[द २३६६-१३ ९० ( याजा पूणुदिति ते श॒क्ष दिवस श। सम्भेत शिणर३ तीथ ( णिछ्कार२ ) ८ शुरुयर श॒ुडिधरर जणि इक्षाभ्ससा+र




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now