ब्रह्मसूत्र शांकरभाष्य रत्नप्रभाव | Brahm Shutra Shankarbhashya Ratnaprabha
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
270 MB
कुल पष्ठ :
783
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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इस पर्वपक्षका खण्डन [ सिद्धान्त ]
सूत्र--भूतेषु तच्छृतिः ४९1३॥५
प्राणोंसे सम्ऐ्क्त जीव देहके बीजभूत सूदषस भृतोंमें रहता है ...
. सूत्र--नैकस्मिन् दशेयतो हि ४॥९।२॥६
अन्य शरीरकी प्राप्तिमं जीव केवल तेजमें नहीं रहता
आसत्यपक्रमाधिकरण 28२४७ [० १४०१-२४ १
शक फ डक फी
.._ थे अधिकरणका सार ३३७ शत «०. २४०९-०६
... सूत्र--समाना चारुत्युपक्रमादग्दतत्व च॑ नुपोष्य ४।२४।७. कक २४०९ - 11
.. विद्वान और अविद्वानकी गति मिन्न-मिन्न हैँ | पूवपक्ष | .... २४१०-०२
.. विद्वान और अविद्वानकी गति समान ही है [ सिद्धान्त | २४१२ - २
द संसारव्यपदेशाधिकरण ४/२।५।८-११ [० १४११-२४१८।
... म अधिकरणका सार दे बल ««». २४१३ - १५
..... सूत्र--तदाब्पीतें: संसारव्यपदेशात् ४॥२७॥८ ._ ««* २४१४ - 1
..._करणसहित तेजकी त्द्यासम्पत्ति आत्यन्तिक होती हे [पूवपक्ष २४१४ - ८
. तेज आदि भूतसूक्ष्म सम्यक् ज्ञानसे जब तक मोज्ञ न हो तब तक
.. रहते हैं [ सिद्धान्त | ... के ,.. २४१५- ४
..._ सूत्र--सक्ष्म प्रमाणतश्र तथोपरब्धेः ४३७७५... हे २४१६ - ६
.. जीबका आश्रय इतरभूतसहित तेज स्वरूपस और प्रमाणसे सूक्ष्म है. २४१६ - १७
... सूत्र-जनोपमबुनातः डाराणीव१० | ... २४१४ - १६
.. स्थूछ शरोरके उपमदसे सूक्ष्म शरीरका नाश नहीं होता है... २४१७- २६
..._ सूत्र--अस्येव चोपपत्तिरेष ऊष्मा डाश५ा१ी) «»«« डा २४१८ - १
.. सूक्ष्म शरीरकी रष्णता स्थूछ शरीरमें उपलब्ध होती है. .... १४१८० १०
० प्रतिषिधाधिकरण 9१६। १९-१४ [४० २०१९-२०१७|
.. ६ छ अधिकरणका सार ० ०. २४१९-३६
... सूत्र--अ्रतिषिधादिति चेन्न शारीरातू ४२६॥)२ ««« २४१९ - १३
.. बद्यवेत्ताके श्राणोंका भी शरीरसे उत्कमण होता है [ पूर्वेपक्ष ] २४२० - २
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सूत्र-स्पष्टो ह्ेकेषामू ४1६११
.. ब्रह्म॑तखवेत्ताके प्राणोंका देहसे उत्क्मण नहीं द्वोता | सिद्धान्त |
..... दक्त सिद्धान्तमें आतभागके प्रशनका कथन पा द
.... पञ्चमी और पष्ठीके पाठभेदसे भी देहसे उत्कमण प्रतिषिद्ध होता हे
... सूत्र-स्मयते च डाराहवि४
० 3 गति और उत्क्ान्तिके अभावमें महाभारतका वचन
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