चीफ मिनिस्टर | Chief Minister

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Chief Minister by विजय तेंडुलकर - Vijay Tendulkar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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आदमी : दर्कशाप में मेकैनिक हूं । ' सुरार ' अंदला मुरार : संजुला मोगरे हु सुग्चर : भोगरे : मुरार : मंभुला डीन्दी० मुरार : हा (धीरे से मंजुलाबाई को ) ही होगा क्या यहे ?-तुके कुछ धाई है? ड़ तब का चेहरा--#ुछ बता नहीँं। सकती । महेँ कली चुसा-< (वह आदमी बाहर जा घुका है।) छी:, मुंह से शराब की बदबू भी आ रही थी। (जल्दी से टेलीफोन उठाकर) मोगरे---अभी-भभी जो आदमी यहाँ से गया, उसे जाने मत दीजिये। शोके रहिये उसे। (मंजुलाबाई को) जरा अच्छी तरह से याद कर लें* मैंने तो उसे देखा भी नही था। सिर्फ समाचार पत्र मे फोटो, और वह भी बेहोशी मे' “ओऑपरेशन के बाद*““'बस इतना ही देखा था**'पर तूने तो देखा था उसे** आपरेशन के बाद । : वह चेहरा अलग था। पर'*“ऐसा ही कुछ था वह भी । कुछ नहीं कह सकती ''बहुत ही मामूली था चेहरा'*“ओऔर उस वक्‍त वह बेहोश भी तो था । कपड़े भी हस्पताल के थे। (फोन बजता है। मुरारराव फोन उठाते है।) (लाइन पर) उसे रोक रखा है साहब । पर वह रुकने के लिए तैयार नही है। जाने की कह रहा है । पाँच मिनट और रोके रहिये। किडनी तिकालने की निशानी तो है उसके पेट पर | फिर नाम भी वही बता रहा है। (लाइन पर यह सब सुनकर) साहब***! नहीं, आपसे नही । (रिसीवर रख देते हैं ।) : पर मुंह से द्दराव की बदबू *** £ आपको किडनी देने वाला आदमी यही है था नही. सवाल यही है न मुरारराव ? हाँ। कही काई और ही बहाना बनाकर अपना काम न साध ले। तव तो विरोधियों को चर्चा के लिए अच्छा खासा मजमून




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