जीवन के गान | Jeevan Ke Gaan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1007 KB
कुल पष्ठ :
108
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about शिवमंगल सिंह - Shaivmangal Singh
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)यह मेरे जीवन के गाने
इनमें मेरा अन्तर अंकित
इनमें मेरा सुख दुख विम्बित
यह मेरे जीवन के संबल, यह मेरे पथ के पहचाने
यह मेरे जीवन के गाने
इनमें मेरे उच्छवास भरे
इनमें मेरे विश्वास भरे
यह मेरी भूलों के साथी, यह मेरे मन के मस्ताने
यह मेरे जीवन के गाने
इनमें मैं जग का भ्रम भूला
“इनमें मैं पथ का श्रम भूला
यह मेरी सूनी घड़ियों में आ पहुँचे जाने अनजाने
यह मेरे जीवन के गाने
इनमें जीवन का वन्दन भी
इनमें जीवन का कऋन््दन भी
जग को सुख-स्वर्ग बनाने में यह भी मुझ से . ही दीवाने
यह मेरे जीवन के गाने
(इनमें जीवन की हुक भरी
इनमें कोयल वी कूक भरी
मधुमय वसन््त आवाहन में यह भी बौरों से बौराने
यह मेरे जीवन के गाने
इनमें यौवन की हाला भी
इनमें जीवन की ज्वाला भी
इनमें लग होने को उत्सुक मेरे प्राणों के परवाने
यह मेरे जोबन के गाने
यह मेरे णोवन के गाते 25
User Reviews
No Reviews | Add Yours...