उजाले में अंधेरा | Ujaale Mein Andheraa
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
24.68 MB
कुल पष्ठ :
260
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)गोली चलाने के विरुद्ध था श्र उसकी इच्छा थी कि ऐसे ही गिरफ्तारी की जाय । दोनों ने फिर से अपने हाथों को गरमाया श्र लगे किंवाड़ पर चोटें करने । छोटे ने तो अपना रिवाल्वर निकाला श्रौर उसके सिरे से किवाड़ पीटने लग गया । इस पर नीचे की मंजिलों में से एक श्रौरत चिल्ला उठी किन्तु नौजवान ने वेस्सिलिज़ को कंहा कि श्रौरत से कह दो चुप रहे । ओर वेस्सिलिज् चिल्लाया--बुप रहो । श्रफसर अपना काम कर रहे हैं । श्रौरत ने सरकारी शफसरों को नाम सना तो एकदस चुप हो गई । अब नौजवान ने श्रपने बूटों से किवाड़ पर हमला शुरू कर दिया । इससे सारा छुब्जा यूज उठा श्र श्रन्त में किवाड़ खुल ही गया । तीनों रुबाशोफ की खाट के पास खड़े थे । नौंजवान अपनी पिस्तौल ताने खड़ा था दूसरा बूढ़ा झ्रादमी शकड़कर तना खड़ाः था और वेस्सिलिन दीवार के सहारे कुछ कदम हटकर पीछे की ओर खड़ा था । रूबाशोफ दब भी गठन को सुखा रहा था । उसने शरघखुली श्र निंदयाई आँखों से उन्हे देखा । नागरिक रुबाशोफ निकोलस सामनोविच हम आपको कानून के नाम पर गिरफ्तार करते हैं नौजवान ने कहा । रुबाशोफ ने तकिये के नीचे से चश्मा निकाला शऔर मुककर बैठ गया । अब वह चश्मा पहने था श्रौर उसकी आँखों के भाव साफ-साफ नजर आरा रहें थे | इन भावों को वेस्सिलिज और बूढ़ा अफसर पुराने फोटो और चित्रों के कारण भली प्रकार जानते थे । बूढ़ा श्रफसर श्र भी तनकर खड़ा हों गया और नौजवान श्रफसर जो अ्रभी नया-नया ही बहादुर बनने जा रहा था रुबाशोफ की खाट के श्र निकट हो गया । तीनों ने देखा कि वह ऐसा कुछ कहने या करने ही को हे कि जिससे वह श्रपनी इस दुरावस्था से पिंड छुड़ा सके । इस बन्दूक को ्रलग हटाश्री कामरेड रुबाशोफ ने उससे कहा जो भी हो आप्िर तुम करना कया चाहते हो ? नौजवान बोला तुमने सुना नहीं कि तुम गिरफ्तार किये जा चुके हो ? उठो श्रपने कपड़े पहनों श्रौर गंड्बड़ करने की कोशिश न करों |? क्या तुम्हारे पास वारंट है £ रुबाशोफ ने पूछा । झ
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