बौद्ध दर्शन तथा अन्य भारतीय दर्शन [भाग-1] | Boudh Darshan Tatha Anya Bharatiy Darshan [Bhag-1]
श्रेणी : भूगोल / Geography, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
25.28 MB
कुल पष्ठ :
720
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( २७ )
में औपनिषद परम्परा के अनुसार हो मीन साघन याले, उन सम्पक् सम्दुद्ध,
बात, निर्वाण-प्राप्त मुनि फो अनीय्यरवादी प्से फहा जाय ?--उन सहालमण
को उच्छेदवादी फहना तो अपने हो शुभ फा उच्छेद फरना हैं ।
आ-'उत्तर वीद्ध दर्शन अथवा उत्तरफालीन वोद्ध दाद निक विकास
+-सारत में बौद्ध घर्म 'मौर दश न के विरास फा स'क्षिप्त इतिहास
पूर्ण निर्षिप्ट स्पथिरयाद फे अतिरिक्त बौद्ध पिचार फे विफास की अन्य
परम्पराएं--युद्ध फे परिनिर्घाण-फाल दक का बोद्ध धर्म स्पविरदाद--साय हो
दतीय संगीति फे दाद से ही सहासाधिकों फा उदप--अप्टाददा निफाप--
जसोफ-युग गे लयसा उसने फुछ पाले से हो मद्दायान-प्रदुियों फा उदय सोर
दिफास--हीमयान नीर सहांपान--भदन्त नागार्जुन फे द्वारा मायान धर्म
और द्योन फो एफ व्यदस्यितत स्परप प्रदान करना---सिदेश में भी योद्ध धर्म
और दर्योन फे गमन की सक्षिप्स पजा ।
र-मदायान फा घामिंक स्वरूप घोर हीनयान और मद्दायान का
ऐतिद्ासिक 'नौर सेसान्तिक सम्चन्ध
महायान पे विफास फा सप्षिप्त सिहादलोकन--महायान फे दिकास में
कारणभूत परिस्थितिपा--दो सत्यों पी पटाना--चुद्ध फो तीन फायाएं अयया
महायान फम निकाय-सिद्धान्त--युर-भपित पा समादेया--योधिसर्य-सम्वन्धी
सिद्धान्त जीर स्यथिरदादी बहूंतु आदर्श से उसफी तुलना--दया महायान ने
निक्तु-प्म फे ऊपर गुहुस्य की प्रतिप्ण फी ? दोधिसर्द लादशं के विफास फी
अदस्याएं--पारमिताएँं--योधिचित्तोत्याद और आध्यात्मिक विकास फी दस
भूमियां--घर्मयुन्यत्ता, घर्मसमतता या तयता फा दिचार--महायान फा साहित्य ।
३-दहीनयान : सम्प्रदाय, सादित्य 'र सिद्धान्त
सर्वात्तिवादी साहित्य--सीदघान्तिक ओर चैभापिक आयार्म और उनके
ग्रत्य--तसामान्य दार्बनिफ सिद्धान्त--सीप्ान्तिक ओर वैभाषिक मत तत्त्व-
मोमासा लीर प्रमाण मोमासा के क्षेत्र में--होनपानी आचार-तत्व ।
४-मदायान : साहित्य 'मौर सिद्धान्त
विज्ञानवाद - नाचार् और साहित्व--शून्यवाद - जाचार्प और साहित्य--
चिज्ञानवाद का सामान्य. विदेदल--आलपविशान--पिज्ञप्तिमान्रता--भूत-
तयता--अलग-अलग विवेचन--शून्यता का उपदेदा--घर्मनरात्म्य--संदूति
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