आधुनिक भारत के निर्माता | Aadhunik Bharat Ke Nirmata
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4.33 MB
कुल पष्ठ :
254
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)निर्माण बाय नाटिकीय चहरा पर | १ परधानी विमव गुजर हैं गौर पिद् छाड गयह द्त पमर आता है । धरती रेस रंगीन गु जन उक्त और जीवन परित्याग जान गेखे किया जा सकता है ? कि में लिये गये इग कय की दिये है कि रेस यह जगत है कि चढ् थित्री के जी ने से राष्ट्र अं के व विस्कत गमच जेतर आइ जिस पक मेकाधित कविता सप्रह की रचना इुड थे 96 को गरीय मे सेरोजिनी चट्ीपा- ध्याय के कर मीलावुजा नर फमण 905 912 तथा 1917 गीन हैं पंप 1 (कु जीवन के निनालाकिक गे बीर जीवन चेन प्रवशक अनेक | का उन्लेय मि है गत या पह पत्र हम देखे परिवतन पास्तबिक् बोध करा ते स्वाधी) पंप की राजनीति थी जपक्ष संग्राम के दौरा गीय जीवन की पक्ता मे उनकी न तथा जन की भा गाव गहन बाध भारत को सरोजिनी यह की सब से नधिक स्थायी है। उनका में मानव सिद्धातो थीर आस रहे तथा सिद्ध मे की संकीध मागा की अपेक्षा उद्दाने मेमक नादशा कयाकि उनमे ठग अत्यधिक सतत हैं चुके थ जात यह था कि अपने रो रेजिनीतिक नीवन मे जनवी भूमिका एक्ना के गाधारित पी की महानतम देन रैगी झत्र मे है थी पी अपने पिए वी भाति क्र शानदार विः के समन करन गेपोरनाथ ट्रोपा। रेवार और गे पत्नी पेरदा ुददरो बैवी के वारमबल्त लिया जा था है।यह पगभाविक हो है कयाक निनी जला गाराइज नेशनल
User Reviews
No Reviews | Add Yours...