संत तुकाराम | Sant Tukaram
श्रेणी : जीवनी / Biography
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5.09 MB
कुल पष्ठ :
106
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(४ )
बन-गया ॥ ४ ॥- लोगों को मुद्दे दिखाने में शर्स आते लगी । और जंगल
के: किसी. कोने में घुस कर वेठ गया । इसी कारण एकांत .' सिला ऐसा
'समको ॥ ६1 भूख से पीडित हुआ । इस कारण कारुर्यभाव लुप्त हो
गया । इच्छा हुई कोई बुला ले तो अच्छा ॥ ७ ॥ इस पौण्डुरंग की पूजा
बाप दादा. से चलती आई ही थी। इसलिये. में भी कर॑ रहा हूँ । यह
' बहुत..भक्तिभाव. से करता हूँ ऐसा कोई नहीं समझें ॥ ८ ॥।
'साहकारी उनके ' घराने में पीढ़ियों से चली आयी थी । ठुकाराम के
आठवें पूरवेज श्री विश्व॑ंभर वावा के ससय से उनके कुटु ब में विट्रल-भक्ति
“अर पंढरपुर की यात्रा ( बारी ) का नियम चालू था । तुकाराम के शब्दों
में 'बिडूल की भक्ति “वडिलांची मीरास”--पिता की विरासत थी |
तुकाराम के पितां वोल्दोवा और साता कनकाईं दोनों वड़े ही सात्विकं
वृत्ति के थें ।. साता पिता की सात्विकंता तुकारास- में प्रकट होती है. 1+
शुद्ध वीजापोटीं' फ़ें रसाठ गोमटीं”-उत्तम बीज से उत्पन्न फल भी.
रसीला होता है: 1 कनकाई की संत नामदेव में विशेष सक्ति थी । ऐसा
माना जाता है. कि वंहीं भंक्ति-प्रेस बाद में तुकाराम के हृदय में प्रतिष्ठित
_ हुआ । तुकाराम की अभंग वाणी पर संत नामदेव का गहरा प्रभाव .
क । तुकाराम के वड़े भाई सावजी और छोटे भाई कान्होवा थे ।
तुकाराम के आयु “के आरंमिक तेरद ब्ष माता पिता की प्रेमपू्ण .
छुत्रछायां में अत्यंत सुख से व्यतीत हुये । बालक तुकाराम अच्छे खिलाड़ी
भ रद्द होंगे ।: उन्हें _टिपरी, गेंद, मामा हुँवरी आदि प्राचीन महाराष्ट्रीयं
:खेलों से संभवत: अच्छा परिचय था; क्योंकि इन संव खेलों के आधार
' पर ईश्वर का वर्ण उन्होंने किया है ।« इन वर्णेनों में उनके खिलाड़ीपन. ..
की. अच्छी कलक दिखाई देती है। . ...... ही
तुकाराम. के -अभंगों से प्रतीत होता है. कि उन्हें. काफी -संमय- तक .
माठस्नेद सिला था । “माय बापें हीं अवघींदेवाचीं स्त्ररूपें होत”--माता
:.. पिता /भगवान, के स्वरूप हैं ।. इस श्रकार के :उद्गारों से उनकी माठेभक्ति
भी प्रकट होती है। ं
तुकाराम-की: पहला विवाह -रखुमाई से हुआ,। सत्र: वर्ष की यु
में उनके .मातापिता का :देहांत हो गया 1: इसके बाद : उनके -'चड़े भाई '
न २९७९... ५ बाठकीडेचे अ्रभंग (६ से १०६) .. पहएए
User Reviews
No Reviews | Add Yours...