हिन्दू राज्य - तंत्र | Hindu Rajya-tantra Vol - 1
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8.2 MB
कुल पष्ठ :
444
श्रेणी :
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No Information available about बाबूलाल राजगाड़िया - Babulal Rajgadiya
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषय पृष्ठ
है २४३. राज्याभिषिक के लिये
अवस्था बंधक «०»«..... रे--६६
छब्वीसवाँ प्रकरण ( क )
परवर्ती कालों मे राज्यामिषेक सबंधी
सिद्धात ««« ... ..«८.... ९७--१०९
$ र४-रे४६.. राज्यामिषेक की
प्रतिज्ञा का घार्मिक स्वरूप,
राजा का देवी मूल .. ६७--१०६
सत्ताइसवाँ प्रकरण
““झानपद और पौर इे० पू० ६०० से
६८० ई० तक « ११०--१४९
$ २४७-२४८. सीमा « पर. और
सीमित एक-राज्य न. है र०-११४
$ र४९-२५१. जानपद सभा का उदय ११४-१२६
$ २४९-२५७. पौर. - १२६-१४२
६ रशद८-२६१. वगं, नैगम सिक्के शइरे-१४९
अट्दाइसवाँ प्रकरण
जानपद और पौर के राजनीतिक कार्य १५०--२०७
$ २६९, ज'नपद श्रौर सिक्कों की ढलाई १५०--१५१
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