अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध विज्ञान 1945 | International Relations Since 1947
श्रेणी : राजनीति / Politics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
18.96 MB
कुल पष्ठ :
741
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about डॉ. मथुरालाल शर्मा - Dr. Mathuralal Sharma
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ट्वितीय महायुद्ध के पश्चाद् सम्पन्न शान्ति सन्घियाँ 7 6. यूरोप मैं युद्ध की समाप्ति के ग्रागानी 3 महीनों में रूस ने जापान के विरुद्ध युद्ध घोषणा करने तथा मिन्नराष्ट्रो को सहयोग देने का श्राश्वासन दिया 1 7. जापान के विरुद्ध युद्ध छेड़ने का वचन देने के बदले मे स्टालिन ने चथिस श्रौर रूजवेट्ट से सुदूरपूर्व के सम्बन्ध में विशेष महत्त्वपूर्ण सुविधाएँ प्राप्त की । इन दौनों ने वाह मगोलिया मे यथापु्वे स्थिति (503005-युण0 स्वीकार की । सन् 1904 में जापान के भ्राक्रमण के फलस्वरूप जापान द्ारा हस्तगत कुछ प्रदेश भी रूस को देने का निश्चय किया गया 1 वाहा मंगोलिया तथा रेल सम्बन्धी समभोते के सम्बन्ध में चीन की स्वीकृति नहीं ली गई थी झत यह निश्वय किया कि राष्ट्रपति रूजवेल्ट चीन की स्वीकृति प्राप्त करने का प्रयत्न करेंगे श्रौर जापान की पराजप के बाद ही रूस को दी गई सुविधाग्रों को कार्योन्वित किया जाएगा । रूस चीन के साथ मैत्री सन्धि करेगा ताकि चीन को रूस की तरफ से किसी प्रकार का भप न रहे । सान-फ्रांसिसकों सम्मेलन (25 भ्रप्रेल--26 जून 1945) संपुक्त राष्ट्रसंघ के चार्टर को भ्रन्तिम रूप देने के लिए सान-फ्राप्तिसकों (प्रमेरिका) में विश्व के 50 राष्ट्रों के 850 प्रतिनिधि एक सम्मेलन में एकनित हुए प्ौर उन्होंने पूर्ण विचार विनिमय के वाद विश्व-संगठन का एक चार्टेर तैपार किया । 26 जून (945 को सान-फ़ौसिसको के वेटरन मेमोरियल हाल में 50 राष्ट्रों के 850 प्रतिनिधियों मे उस चा्टर पर हस्ताक्षर किए श्ौर इस प्रकार संपुक्त राष्ट्रसघ का जन्म हुआ । इस चार्टर में संयुक्त राप्ट्रसप के उद्देश्य सिद्धान्त झौर उसका विधान समाविष्ट था + ऐसा माना जाता है कि विश्व थे ऐसा प्रन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन पहुंचे कभी नहीं हुमा था । श्रमेरिका के राष्ट्रपति टू मेन ने सम्मेलन के श्रस्तिम प्रधिवेशन मे भाषण देते हुए कहा संयुक्त राष्ट्रमंघ का चाटेर जिस पर श्रापने अभी हस्ताक्षर बिए हैं एक ऐसी सुदढ़ नींव है जिस पर हम एक सुन्दर विश्व का निर्माण कर सकते हू। इसके लिए इतिहास झापका सम्मान बरेगा 1 24 झव्तुदर 1945 को संयुक्त राष्ट्रसंघ का यह चार्टेर लागू हुभा 1 भरत यहीं दिन विश्व में संयुक्तराप्ट्र दिवस के नाम से मनाया जाता है । 10 फरवरी 1946 को लग्दन के वैस्टमिनिस्टर हाल में सयुक्त राष्ट्रसंघ की प्रथम बैठक हुई । 15 फरवरी 1946 को इस संघ का श्रयम श्रथिवेशन समाप्त हुप्रा । संयुक्त राष्ट्रमंघ फा प्रधान कार्यालय पहले लेकसबसेस (भमेरिका) में रखा गया। इसके लिए न्यूयॉंक थे एक भव्प विशाल भवन तैयार किया गया जो 14 श्रक््तूबर 1952 को बनकर पूरा हुपा प्रौर तब से ही संघ का कार्यालय न्यूयॉक में इसी भवन में है । पोट्सडम (वलिन] सम्मेलन (17 जुलाई-2 अगस्त 1945) 7 मई 1945 दो जर्मनी दर दिन शर्ट भात्म-समपंण भर युद्ध विराम घन्थि पर हस्तासर करने के वाद यूरोप में युद्ध समाप्त हो गया । झव मुसेोप का सदीन मानचिप्र हँयार करने तथा शयुराष्ट्रों के साय की जाने वाली संन्धियों बी
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