यूरोप का इतिहास भाग - ४ | Europe Ka Itihas Bhag - 4
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
28 MB
कुल पष्ठ :
570
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
कालूराम शर्मा - Kaluram Sharma
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डॉ. प्रकाश ब्यास - Dr. Prakash Byas
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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गया । किन्तु जमंनीं में श्रांस्ट्रिया की श्रपेक्षा 'प्रशा तको अधिक भूनभाग माप्त हुए ।
सम्भवत: -उस समय मेठरनिख ने प्रशा के नेतृत्व में :जर्मनी के एकीकरण की कल्पना
ही नहीं की थी । श्रस्यथा प्रशा को इत्तना शक्तिशाली नहीं बनाया जाता 1. इन भून
भागों की प्राप्ति से हेप्सवर्ग (ग्रास्ट्रिया) साम्राज्य की जनसंख्या में लगभग ५0लाख
की-दृद्धि हो गयी । उसे दूरस्थ कम श्राय वाले प्रदेशों के बदले श्रास्ट्रिया के नजदीक -
के श्रघिक श्राय वाले प्रदेश मिल. जाने से -केन्द्रीय ुरोप में उसकी शक्ति बढ़ गई. ।
प्रशा--प्रशा को अ्रनेक प्रदेश दिये गये, | राइन नदी का पश्चिमी प्रदेश, जिसे
पर फ़ांस ने श्रधिकार कर लिया था, अब प्रशा को दे दिया गया । संक्सनी के राज्य '
ते नेपोलियन की सहायता की. थीं, अत: प्रशा ने सस्पूणं सैवसनी पर अपना अधिकार '
स्थापित .करने. का प्रयत्न किया, किन्तु उसे संक्सनी का श्राघी भाग ही प्राप्त, हो
सका .। इसके साथ ही उसे वर्ग की डची तथा .वेस्टफेलिया की डची का भी कुछ भाग
प्राप्त हुमा । पोलेण्ड व प्रोमेरेनिया का भी कुछ प्रदेश प्रशा को . सौंपा, गया. । प्रशा
की ये इतने उपहार इसलिये प्राप्त हुए कि उसने नेप्रीलियन को * पराजित करने पें
बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका श्रदा की थी । इन भू-भागों के प्राप्त होने .से प्रशा यूरोप के
प्रथम श्रेणी के राज्यों में सम्मिलित हो गया तथा उत्तरी .. जर्मनी का . प्रमुख राज्य
बन गया । उसके जर्मन क्षेत्र की जनसंख्या. में जर्मन तत्व की, प्रधानता हो गयी
जिससे उसके द्वारा जमंनी का नेतृत्व करने की सम्भावनाएं ,बढ़ गई। .
जसंती के भ्रन्य राज्य--कांग्रेस के समक्ष. जंमंनी -के लवनिर्माण .का प्रश्न '
बड़ा जटिल था । नेपोलियन के. प्राक्रमणों से पूर्व जर्मनी .में 300 से . झधिक राज्य
थे । इनमें से बहुतों को नेपोलियन ने. समाप्त:कर दिया था. तथा, .कुछ महत्वपूर्ण
राज्यों को संगठित करके. राइन राज्य संघ् का निर्माण किया -::था । यदि वैधतीा के
सिद्धांत को लागू. किया जाता तो.-उन प्राचीन राज्यों की पुनर्स्थपिना -करनी पड़ती,
जो सम्भव नहीं था.. -झ्रतः .39 राज्यों का शिथिल ज़्मन संघ. (उल्लाए0क1 -(ए0ए५6-
तेहाबपं०0ण) बनाया: गया । इस चवीन संघ की. एक. केन्द्रीय राष्ट: सभा .बनायी गई
जिसका श्रघ्यक्ष श्रास्ट्रिया को बनाया गया । प्रत्येक राज्य में प्रतिनिधि सभाश्ों की
स्थापना का निश्चय किया गया । प्रत्येक राज्य को प्रांत रिक मामलों. में पूर्ण स्वतंत्रता
प्रदान की गई, किन्तु राज्यों को श्रापस. में युद्ध करने तथा बाहरी शक्तियों के..विरुद्ध
युद्ध करने पर प्रतिवन्ध लगा दिया गया । जमेन राष्ट्रवादियों. को इस व्यवस्था से
वड़ी निराशा, हुई, क्योंकि संघ के सुदृढ़ बनाने. के लिये कुछ नहीं किया गया ।
' इटली--इदली के विविध राज्यों को पुन: स्थापित किया गया | सार्डीनिया
के साथ पीडमाउण्ट, जिनोझा तथा सेवाय को मिलौकर' फ्रांस की सीमा पर एक
सुदुढ़ राज्य-स्थापित किया गया । जे. मुरात जो कि नेपोलियन का भुतपुर्व सेनापति
तथा, 819,तक नेपिल्स- का शासक था ।.जनवरी 1814 की एक संधि द्वारा मेटर-
_ निख ने नेपोलियन के विरुद्ध सहायता देने के बदले उसे नेपिल््स का शासक वनाये
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