आज़ादी के पंख | Azaadi Ke Pankh
श्रेणी : काव्य / Poetry
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1.2 MB
कुल पष्ठ :
44
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

नाम - प्रशांत पारस
पिता का नाम -डॉ विष्णु कांत चौधरी
माता का नाम - श्रीमती मीनू चौधरी
जन्मतिथि - 21/07/1998
जन्मभूमि- दरभंगा (बिहार)
वर्तमान शहर-कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
शिक्षा-हाई स्कूल सीबीएसई बोर्ड से उच्च श्रेणी में उत्तीर्ण।
इंटरमीडिएट बिहार बोर्ड से श्रेष्ठतर श्रेणी में उत्तीर्ण।
वर्तमान शिक्षा - स्नातक स्तरीय (यांत्रिक अभियांत्रिकी, कोलकाता)
रस- वीर रस, श्रृंगार रस
विधा- कविता, गीत ,ग़ज़ल, मुक्तक
भाषा शैली-
संप्रति- निरंतर काव्य गोष्ठियों एवं कवि सम्मेलनों में सहभागिता
प्रकाशित पुस्तकें-
1)आज़ादी के पंख (काव्य संग्रह)
2)मेरी भी कविता (साझा संग्रह)
3)अश्क़ प्रीत के (साझा संग्रह)
पत्
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पुस्तक के बारे में
आज़ादी के पंख को मैंने अपनी जीवन की उतार चढ़ाव की मेज पर बैठ कर अपनी अनुभव की स्याही से तैयार किया।
जिसके कागज को एकजुट करने में मेरे माता पिता भाई बहन एवं मेरे जीवन से जुड़े सभी व्यक्तियों का सहयोग रहा है। हौसलों के शब्दों से रची यह काव्य संग्रह पाठकों को अपने लक्ष्य को पाने में सहयोग करने के साथ-साथ एक नई साहस को जागृत करेगी।
इसकी हर कविता की हर पंक्ति में आप गोते लगाकर अर्थों के अंबार के साथ वापस आएंगे। इस पुस्तक में जहाँ मैंने सैनिकों से पूछे हर प्रश्न का उत्तर देने का प्रयत्न किया है वही होली जैसे महापर्व की वैशाखी लेकर मैंने शत्रुता मिटाने एवं मैंने ग़रीबी की ओर भी ध्यान आकर्षित की है
एक नन्ही जान का सहारा लेकर मैंने बटवारा के संबंध में भी प्रश्न पूछने की कोशिश की है और जहाँ तक वीर-रस की कविताएं है वो पाठकों के नज़रिए से अपने अर्थ स्पष्ट करेगी।
User Reviews
Shivam Kumar
at 2020-04-15 05:02:28Surendra Vats
at 2020-04-15 05:00:23Prashant Paras
at 2020-04-15 04:47:39