पारिभाषिक शब्द संग्रह | Paaribhaashik Shabdasangrah

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Paaribhaashik Shabdasangrah  by गोपाळ रामचंद्र परांजपे - Gopal Ramchandra Paraanjape

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(९) 701010718-- अन्न (९) औाण107 पण ०]0प0९०-नवसागर (१५) -8177101190003-अस्फटिक अस्फूट, निराकार, पिठूळ, बिन रवाळ (१५) अना- छावे (१५) अरवक, बिन रवाळ (८) अस्फटिक (१४) (१६), -त10प1011 01 10861-द्रब्य (१०) 48.7017676-आंपेअर (१५) (११) ओघ (८) 4701996176 0818710००-प्रवाहमापक तोल कांटा “$1019676-00ए1-ओऔषघ तास (<) 3101961768 18७7-आंपेअरचा नियम (१५) -$70110110८87071-चर्घन , पोषण, वद्ध (१५) विवन (८) 0910०29४00, प 1 -उच्चकंप वर्धन, बहुकंप वर्धन, लघ्कंप वर्धन; खह्म” कप वर्धन, सक्ष्मांदोल (१५) वज] 1 02807 1, 1 -नीचकंप, स्थ्लकंप, वर्धन (१५) 409 17067-वर्घक (१३) पोषक (१५) अऑक्रिफायर (१५) 820091ए0 ह ४81४०-वर्घक झडप, (१३) वर्धक कणदीप (१३) एकमार्गी वर्धक दिवा, (१५) ऑम्फि फाइंग व्हाल्ह (१५) एककल्ली दिवा (१५) 8111311 0प0०-झॉका, बिस्तार, झेप, उडी, मर्यादा; झोंक्याचा मोठेपणा (१५) बाव (१) आंदोलन विस्तार (२),(३) (१४) पारोधे (७)आंदोल- नाचा विस्तार (१०) उन्मेष, विज्या (८) कॅपाविस्तार (११) 4181791 5-विच्छेदन (१५) परिच्छेद (८) प्रथक्तरण (९) (१४) (१६), संशोधन (१०) 8.01813813, तुप81)10801४०-इटक्ताकरण (८) -8181ऊ'8/18, पूए६7 ४ ८६४ ४०-परिमाण पएथःक्करण (१५) ईयत्ताकरण (८) 518197 (1०-भेद प्रवण (१५) -8.१0007 686६8]9607767-अटक-सुटक, आंकड्याची अटक, नांगराची अटक(१५) 3161710726 61-बायुवेगमापक (१५७) (११) (१४) 40०701 त-आनेरॉईड (१५) (१) (१४) अनारद्र (२) (११) निरद्रव (३) (६) (७) द्रवहीन; अप्रवाही (७) “4-0 816-कछोन, कोण (१५) (१४) कल (१५) कोना (८) 4औ1६16 07 ८7७ ०”-सर्यादा कोन (८) 1 टु16 017 06०11008४071-चळन कोन (२) (११) विचलन कोन (१४) (५ कलळनकोन (११) 0816 0 त०रा&४०0-अपगम कोन (८) विचलन कोन (२) च्युतिकोन (२२)




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