चंदेरी लहरी | Chanderii Laharii
Book Author :
Book Language
मराठी | Marathi
Book Size :
4 MB
Total Pages :
126
Genre :
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(Click to expand)भाणनाथ
राही मम मानसांत । रम्य मूर्ति प्राणनाथ ॥
करि विकसित हृद्य -सुमन हा वसन्त जीवनांत ! ॥
छळित परी विरह-रात । असुरासखम घोर ध्वान्त ॥
ने लयास जीवितेद्या अबला ही होत भ्रान्त ! ॥
राग पहाडी--ताल--विलंबित, एकताल, मात्रा १२
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अस्रत-मंथन
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