वाग्विहार | Vaghvihar
Book Author :
Book Language
मराठी | Marathi
Book Size :
5 MB
Total Pages :
211
Genre :
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(Click to expand)या ततगदीडाप्रायना [१३
श्रीजगदीशप्रार्थना :
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श्रीमुख वत्सरी ॥ भाद्रपद मारी ॥
शुक्ल चतुर्दशी ॥ शुक्रवारी ॥ १ ॥
मनोभाव पूजा ॥ अनंता अर्पून ॥
आनंदांत जन ॥ होते बहु ॥ २ ॥ '
रात्र दहा बडी ॥ लोंडुनियां गेली ॥
गडबड झाली ॥ एका एकी ॥ ३ ॥
भूपतीस ब्वर ॥ चढीनिया फार ॥
जिंबा वेदा थीर ॥ देऊं लागे ॥ ४ ॥
वार्ता ही ब्वराची ॥ सर्व शहरांत ॥
पाचे अकस्मात ॥ भयंकर ॥ ५ ॥
क्षेश ते ऐकून ॥ घाबरले जन ॥
रात्र ती दारुण ॥ भासू लाम ॥ ६ ॥
आप्त इष्ट मित्न ॥ सोयरे धायरे ॥
गण गोत सारे ॥ जमा झाळे ॥ ७ ॥
अमीर उद्राव ॥ थोर सरदार ॥
सर्व एहेन्कार ॥ गोळा झाले ॥ ८ ॥
ऐप्ले सर्व लोक ॥ घांडनिया आले ॥
प्रासाद बैसले ॥ राजा पाशी ॥ ९ ॥
प्रश्ति रावांची ॥ पाहूनी बेफाम ॥
त्यांचे धैर्य भाम ॥. हाळ लागे ॥ १० ॥
स्थिति ही पाहून ॥ विस्मित ते झाले ॥
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