भारतीय राजस्व | Bharatiya Rajashwa

Bharatiya Rajashwa by भगवानदास केला - Bhagwandas Kela

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about भगवानदास केला - Bhagwandas Kela

Add Infomation AboutBhagwandas Kela

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
६ ज्निक तऋदण--भारत पर कम्पनी के युद्धों का भार--कम्पनी के कारोबार का भार--कम्पनी के पुरष्कार का भार-सिपादी विद्रोह का भार--पछियामेन्ट का समय--शऋण का व्यौरा-सूद का हिसाब--कांग्रेस का प्रस्ताव देश भावी ऋण का उत्तरदाता नहीं--कऋण दूर किस प्रकार हो ? पृष्ठ १७७०१४० ग्यारहवां परिच्छेद झाथिक स्वराज्य । स्थानीय कार्यों की. विशेषता--अस्थानोय और अन्य राजख में सेद--स्थानीय राजस् का आदश--स्थानीय स्वराज संस्थाओं और सरकार का राजस्व--सम्बन्ध-- स्थानीय करों का विवेचन - मारतवष की स्थानीय स्वराज्य संस्था यें -स्यूनिसिपेलटियां और कारपारिशन--कार्य--आमदनी के श्रोत--सरकारी सहायता--संख्या अगेरे आय व्यय--आय व्यय की मददूँ-जन संख्या--कर की मात्रा--नोटीफाइड परिया-- बोर्डों का आय व्यय--पोर्ट युष्ट-स्थानीय राज्स्त और खुघोर योजना । पृषट १६०-२०८ दसवां परिच्छेद स्थानीय राजस्व । हमारी आिक पराघीनता--इस का परिणाम आधिक दुद्शा--मार्थिक स्वराज्य की आवश्यकतोी--स्वराज्य और आर्थिक उन्नति । पृष्ट २०८-२१७




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now