गीतावली | Gitawali

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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पद-सूचना पृष्ठ-संख्या रन जीतिं राम राउ आए रघुपति राजीवनयन रघुबर-रूप बिलोकु नेकु मन + रघुनाथ ठुम्दारे चरित राम-सिसु गोद महामोद राजत सिंसुरूप राम राम-छघन इक ओर राजन राम-ठघन जो दीजे रामपद-पढुम-पराग परी राम-लघन जब दृष्टि परे री राम्दि नीके के निरखि राजा रंगभूमि आज राम कामरिपु-चाप चढ़ायों राम-लघन-सुधि आई . राजति राम जानकी-जोरी राम दो कौन जतन राखी भगति-भखाई .. राघो एक बार फिरि आवी राघव भावति मोहि राघो गीघ गोद करि लीन्हों रावन जु पे राम रन रोषे रामहि करत प्रणाम रामलघन उर लाय लए हैं राजत रास काम-सत-सुंदर राजत रघुवीर घीर १५ ३७७ रेटरे ० द्द कक क डा २ रे द्श ८८ ९ श०र शर७ शेर शेड श्५२ श्द्टे श्द्द १७७ २५९ रद रु७१ २८० दे०५ देर रे१८ ३७० रेट पद-सूचना प्रष्ट-संख्या राम राजराजमीलि..... २९३ रामचंद्र-करकंज कामतद ४०४ रामचरन अभिराम ः कामप्रद ४०५ राम बिचारि कै राखी ४३० रीति चलिबेकी चाहि. २०४ ललन छोने ठेरुआ) बलि मेया ५३ ललित सुतहि लालति सच्चु पाये ७२ लडित-लडढित लघु-लघु ८६ लाज तोरि साजि साज १५३ छेहु री लोचननिको लाहु १५७ लोने छाल-छघन) सढोने २२० संकर सिख-आसिष पाइके ३२६ संकट सुकतको सोचत ४२९ सददेली सुनु सोहिलो रे. . १९. सखि नीके के निरखि १९१ सखि | सरद-बिमल-विधुबदनि १९३ सजनी हैं को ड राजकुमार २०० सखि जबतें सीतासमेत २१४ सब दिन चित्रकूट नीकों छागत २३१ सवरी सोइ उठी २८३ सदल सलषन हैं कुल २९५ सत्य बचन सुनु माठु जानकी 1 ३ ०४ सब भॉति विभीषनकी बनी ३३७ सत्य कही मेरो सइज सुभाउ ३४४ सखि रघुनाथ-रूप निहास ३९६




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