हिन्दुत्व | Hindutwa

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Hindutwa by लक्ष्मण नारायण गर्दे - Lakshman Narayan Garde

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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ट््न . हिन्दुत्व +हिटनदशन्तनन ( र ) हिन्दू नाममें कया है ? ... हम हिन्दू हैं और हिन्दू ही बसे रहना चाहते हैं । हिन्दू नामके साथ हमारो यह आसक्ति देखकर कुछ लोग वेरोनाकी उस रूपचती कन्याके समान जिसने अपने प्रेमीसे प्रेमके नामपर अपना नाम बदल पेवेकी याचना की थी उसीके मुखसे निकले हुए उदार इस प्रकार ढुद्दरा सकते हैं कि नाममें क्या है ? नाम हाथ नहीं है पेर नहीं है बाँह नहीं है चेहरा नहीं हैं मजुष्य-शरीरका कोई अवयव नहीं है फिर इसमें है ही क्या जो हम इस नामकी पूजा करे---उसे छोड़ न सकें वस्तु है तो नामकी क्या परवा ? गुलावकों गुलाब न कहकर उसे और किसी नामसे पुकार तो इससे उसकी खुगन्ध तो कहीं नहीं जाती 1 एक ही चस्तु है पर भिन्न-सिन्न भाषा ओमें उसके सिन्न- मिन्न नाम हैं । इसीसे यह सन्देह दूर हो जाता है कि शब्द विशेष और उससे निकलनेवाले अर्थका परस्पर कोई स्वाशाविक अवि- च्छिन्न सम्बन्ध है । परन्तु वस्तु और वस्तुवावक शब्दक्या पर- स्पर सम्बन्ध जितना ही दूढ़ ओर पुराना होता है उतना ही उस शब्द और उसके अर्थका परस्पर सम्बन्ध अविच्छिन्न हो जाता है।




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