हिन्दी - शेक्सपियर भाग - ५ | Hindi Shekspear Part - V
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2.92 MB
कुल पष्ठ :
166
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( ९ ) पुदष खियेां के सुधारने चाले नहीं दे विन्तु ख्ियाँ पुरुषां का ने केघल सदाचारी दी बनाती है किन्तु कष्ट के समय में उनके शान्ति देती दें। इसीलिए मनुजी मदाराज ने कहा था । यन्न नायेस्तु पूज्यन्ते रमन्से तघ्न देघता। । इति । किए निममगुजदाबतप जि पपनलनन
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