हिन्दुस्तान का दर्जी - ४ | Hindustan Ka Durjee-4

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Hindustan Ka Durjee-4 by देवीचन्द - Devichand

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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श्छ हिन्दुस्तोन का दर्जी आठ भागों में कालर लगाने की रीति ( देखो चित्र से २९ ) नें १ २ ३ ४ ४ दे के स्थान गरदन पर कालर को कच्चा करके फिर ऊपर एक उरेव टुकड़ा जिसकी चोड़ाई १? ई० लस्वाई गरदून के नाप से एक ई० अधिक हो उसे ऊपर रख कर मशीन का बखिया करे फिर ओरेव टुकड़ा भीतर की ओर को लोटा कर तुरपाई करें जेसा कि सिलाई का सोधारण नियम है । देन्न और पीठ के साथ भुजा लगाने की रीति (देखो चित्र ने ३ ३) बिन्दु नं १ पेश के मोहडे की गोलाई के आगे के ओर छ्थित है बिन्दु नं २ भुज्ञा की सीन के आगे की ओर छ्थित है । फिर विन्दु नं को बिल्‍्डु न॑ १ के साथ लगाव और न ४ के सुथान से कपड़े को नरम करके न 24 के साथ लगावे जेसा कि सिलाई का नियम हे । ज्यूमेट्री ( रेखा गणित ) के चित्र और उनका प्रयोग कटिंग की नीव (बुनियाद) (देखो चित्त ने ३४ ३४ ३६) चित्र नें ३४ व ३५ में रेखा नं १ २ गरदन का लेटरिल डाइमिटर (107800606) है जिसके बरावर चित्र न॑ २६ में तीरे की गरदन का डाइईमिटर है । साइंस ज्यूमेट्री (रेखा गणित ) में किसी सरकुछ ((7०16) अथांत्‌ चत में डाइपिटर अर्थात्‌




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