राम भक्ति - साहित्य में मधुर उपासना | Ram - Bhakti Sahitya Me Madhur Upasana

Ram - Bhakti Sahitya Me Madhur Upasana by भुवनेश्वरनाथ मिश्र (माधव) - Bhuvaneshvarnath Mishra (Madhav)

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( १६ ) छठा अध्याय रामोपाससा को रसिक-परम्परा श्रीप्रेमलता जी की जीवनी में रसिक-परम्परा रसिक-साधना का नाम निजगुरु की परम्परा प्रियसंन की सूची तपसीजी की छावनी में हस्तलिखित प्रंथ में प्राप्त परम्परा रहस्य- मय में प्राप्त रसिक-परम्परा वैष्णव धमं रत्नाकर में प्राप्त परंपरा मंत्रराज-परंपरा में प्राप्त परम्परा मौलाना रशीद की तजकी रतुलफ्क्रा श्रीसम्प्रदाय की दो छाखाएँ महा रामायण में प्राप्त परम्परा श्री विश्व॑ंभरोपनिषद्‌ की टीका में प्राप्त परंपरा श्री सीतोपनिषद्‌ में प्राप्त परम्परा श्री रामनवरत्न सार संग्रह में प्राप्त परम्परा कल्याण कल्पदुम में प्राप्त परम्परा प्रपत्ति रहस्य में प्राप्त परम्परा श्रीरूपकला जी के भक्ति सुधास्वादतिलक में प्राप्त परंपरा जयपुर गालवाश्रम की परम्परा मधुराचाये श्र।८दरमणि सन्दर्भ श्रीमधु- राचार्य जी की परम्परा रसिक प्रकाश भक्तमाल श्रीअग्रदास स्वामी रसिक-सम्प्रदाय के मूल तत्त्व । (पू० सं० ११६-१४०) सातवाँ अध्याय रसिक-परम्परा का साहित्य उपनिषद्-ग्रन्थ संस्कृत में रसिकोपासना का साहित्य उपेक्षित क्यों ? श्रीरामतापनीयोपनिषद्‌ श्री विद्वम्भ- रोपनिषद्‌ श्रीसीतोपनिषद्‌ सीता का स्वरूप एवं प्रभाव सीता की इच्छा-शक्ति ज्ञान-दाक्ति क्रिया-दक्ति श्रीमेथिलीमहोपनिषद्‌ श्री रामरहस्योपनिषद् । संहिता-प्रन्य--श्रीहनुमत्संहिता श्रीकषिवसंहिता श्री लोमश संहिता श्रीबुहद्बह्म- संहिता श्री अगस्त्य-संहिता श्री वाल्मीकि-संहिता श्रीशुक-संहिता दिव्य-चित्रकूट गोलोक अयोध्या का प्रतिबिम्ब श्रीवसिष्ठ संहिता दिव्य अयोध्या दिव्य अयोध्या के बारह वन चार पंत सदाशिव संहिता सप्तावरण श्रीमहाशंभु-संहिता हिरिण्यगभ-संहिता महासदाशिव- संहिता ब्रह्मसंहिता । स्तबराज और गौति--श्रीरामस्तवराज श्री जानकीस्तवराज श्री जानकी गीत श्रीसहत्रगीति। . रामायण--श्रीवाल्मीकीय रामायण आनन्दरामायण महारामायण आदि रामायण रामायण-मणिरत्त मेन्द रामायण संजुलरामायण भुशुंडी रामायण ।




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