हिन्दुई साहित्य का इतिहास | Hindui Sahithya Ka Etihas

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Hindui Sahithya Ka Etihas by गार्सां द तासी - Garcin De Tassyडॉ लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय - Dr. Lakshisagar Varshney

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डॉ लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय - Dr. Lakshisagar Varshney

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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ढउ र३. लॉँसरो क्रिस्तोमेती ( विविध संग्रह ) २४. लासेन का प्राथमिक संत्रह २४. हिस्ट्री ऑव दि सेक्ट आँव दि महाराजाज़ इसके अतिरिक्त उन्होंने दोशोा फ़िट्ज एड्वड हॉल कोलब्क ब्यूकैनैन माकंस अ तुम्बा आदि अन्य अनेक लेखकों के लेखों चार उनके द्वारा संपादित संस्करणां का उपयोग किया कवि बचन सुधा सुधाकर आदि अनेक हिन्दी-उद्-पत्रों की फ़ाइलों के अतिरिक्त जिन अँगरेजी और फ्रेंच के पत्रों का तासी ने आश्रय अरहण किया उनमें से प्रमुख इस प्रकार हैं . जर्ना दे सावाँ . नवो जनों एसियातीक . जनों एसियातीक - एशियाटिक जनल . एशियाटिक रिसचज़ . जनेल एशियाटिक सोसायटी व बेंगाल ( या कैलकटा ) . जनल आऑव दि बॉम्बे ब्रांच ऑव रॉयल एशियाटिक सोसायटी ८. जनेल व दिं रॉयल एशियाटिक सोसायटी ऑआव लंदन? £.. कलकत्ता रिव्य जिन पुस्तक-सूचियों गज़ट आदि से तासी ने सहायता ली उनमें से प्रमुख के नाम इस प्रकार हैं १. जे० लौंग डेस्क्रिप्टिव केटेलौग ( व बेंगाली बक्से ) २. जेंकर बिबलिअओथेका ऑरिएंटालिस ३. झागरा गवनमेंट गज़ट ४. ट्रबनस लिट्रेरी रेकॉड्‌ स 2. सर डब्ल्य० आउजले के संप्रह ( ऑरिएंटल कॉलेज ) का सप्चीपत्र ( स्टीवट द्वारा तैयार किया गया ) कक




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