नेवारी लोक - गीत | Nevari Lokgeet

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Nevari Lokgeet by हरि श्रेष्ठ - Hari Shrestha

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about हरि श्रेष्ठ - Hari Shrestha

Add Infomation AboutHari Shrestha

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
मल्लकालीन केही छोक-गीत ( १५ ०-१७७१ ई० . श्री महीन्द्र मलल- कपटी मायाले बांध्यों हे शिव . श्री सदाशिव मल्ल- श्री गुह्म दवरी माता . श्री प्रताप मल्ल- मोह गरिन्‌ रे वाह रे वाह . श्री पार्थिवेन्द्र मल्ल- सिहको जगर समाई म कहाँ गई भेटू (रानी राज्यलक्ष्मीदेवी ) . श्री योगनरेन्द्र मलल- प्रभु बिनु के छ उपाय (रानी नरेन्द्रलक्ष्मी ) . श्री भूपालेन्द्र मह्ल- राधिका कृष्णजीको अंग (रानी ऋद्धिलक्ष्मी ) . श्री भास्कर मल्ल- नारायणजी पर्वेतछेउ . श्री भूपतीत्द्र मल्ल- कसरी थाहा पाइनं नारान




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now