हिंदी विश्व कोश भाग 11 | Hindi Vishvkosh Bhag 11
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
30.59 MB
कुल पष्ठ :
768
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about नगेन्द्रनाथ बसु - Nagendranath Basu
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)टारकानाथ ठाईर हुई तो स्थे पहले यही । इर्सशी परए सा खरते इए इस शमवद्ि गरवगं् जनरश विशियम वैषिट्रिडनि इक एव एव शिपा था । इनको अश्दाइ बाधिल्पकों भोर दिगों दिव बढ़ता पय। घोर बई एक यप्द्माग्य पर यरैसो के साथ मिक्ष कर इको ने इवुनिवन थे ला सामक एक तिजाएतो कारवार फीशा । इस मसय इंद्पस बे करे गाना बममि यश थे क सौर कसकत्ता बेक समभ टो दौर मो थे क थि। इबमुनियन बे कर्ब साथ अलकत्ता डोब सिखा दिपा गया । १८९८. इ०में बमर्निंयस दे अति दिवाला निजात दिया । दारकालाय डाकुर इसके एक माह भवकापत्र धनो प थो दे इस कारण प्व्ों की बे व दो घन दिन चुकानों पढ़ें थो । बार-डाइुर कष्पनो बहाश पर विदारके शान श्वानोंपि बोठियाँ बापन लर भोग रेस पोर पन्णास्प फ्ला शच्यॉा पम्तर भर बदिवाजिज्द चलाने सती । अत सपए पस्पाण्य दादिक्व-कोटिदॉमिं यदईी कोरी सबदे बढ़ी चढ़ो ऐो। इसको भापवे इरका राज शादी पाषता पुर दशोर आदि लिहोमें बमींदारी खगेट वो थी। इष्ीके शलाइ थे दिस्टू कालेज सिदिकश कालेज भर शमी दारसमा (पे 50ठेहाडं ७० का स्यापन दिपुटी सिरे उ के पढ़ी झठि शुदुच स्ाधोगता सतीदाइनिवारण और यूरोदीय तथा देमोयश दो लिपस्डचामस्दचादि इारा भदामऋ कापत चादि कार्य ुए एऐ। इस सब बार्पीमिये बितनेक हो भाप इो नेतत्व थे भोर वितनिक परिपोषररू्पी सहाय करते पि। इ्दोॉंको चेटाशे १८३४ ई०में हाइत-हासतें हांचारल थमा इई शियमें ब्लाक पिद्य ( छत धत ) ( (८१८ पै० का १९णां चाईंग) चेम्बस्द पर घोर प्रतिबाद किया मया । इस बब कार्यो के फथदे पाप धरिद्प-भाष दि पोते पट पर लिजुल ऋप । दारशागात यवनर जनरस शाह पावस दडे निकट शतताई लुचपात र्पार परिचित दे भोर शगंदा परामयं के लिये गवन र गरशने जुशाए लाते थि। १८४१ परम जग प्रदोग विशायत शानेकों इच्छा इक को तब अ साज बसाजन घत्स्त पाधादित दो ढाउन-हाकनें एक कमा करदे खद एल असिनस्ट्स-पह चैट 4 र्श मेजर दिया । १८हर इन ८. अगवरीकों दारशानाथते विशायतको याता को भोर १० लूगको बहा पद च यपे । दष्ट-च्छिया-चम्पमोदे डाइरे्टर दार ागाधफो तारोफ पदसेसे दो झुग चुड़े थे। भत सोते दारणानातकों एश मोज दिया। १६ खलख्ो पाप मारतेफरोदे दरबरने उप्धित इुए भौर एक सापाइके बाद राजपरिवारके साथ पचज् सोजत द.रमेवे लिंदे दि इस-प्रासादन निमस्तित कूए । ऐसा सच्मान पर किसो बढ़ात्तोक्षा हीं किडा सब था। मोजन कर चुरूनिदे दाद सदारादोन सभी दिगकों सुद्ित तोन सच सुझ्ा चपहारमि दी। बम अलावा पिम एडवष भोर सदाराणों विक्ोरियाकों बढ़ दाशशरकों दो तसदोीरें कलकत्तावाीकों उपदार देते के शिंदे दारकामादकों मिलों । बह तसबोर पाक मी डाघन-हालमे विद्यमार्त है। पोढ़े प्लाटल रह ते इए भाप रुप ई० वे अस्तमें बलकत्ता बापिस भाए। इस के साथ मारतक राभमीतिनपार्दोशलरे पादितिक्षक आाज डामपन मो मारतबपं मैं पदारें ऐ। १८४९ ईर्को प्दी साइड थापने दूमरों बार दिसा थतकों दादा की । इप बार इतर छोटे सड़कें शीश लाव डाजुर घोटो बदन पुत्र सदीतबस्द्र सुयोपध्याय छा राशि भर इनहे पेश ररो मि० सेफ भापजे सात हो लिए है। कायेरा तथा फ्रांस होते पए भाप २४ लनकों कपल पढ़े । १८४६ १६०९ जून मासतं थे लडिग रोगवि पाात्त इुए पोर रेस घमस्तकों शब्ठन श्रम हो इल घराधासकों छोड़ परलोकको दिघार मप । शैदाइयोंडे देशमिं किस प्रबार हिस्ुलों भूतदिच वा बल्दार दिया थायया यह तक हठा । चम्तरिं लिर इूपा कि बतसतप्रोग नामक थिजाई जिए पथ ईसाथ) ममाधि नहीं भोतो उसी स्पास पर हिला कोई चमो- शुहान दिये यंबदेइ साढ़ों शायगो डे सा इ ऋभा भो । पु मायिनेय घोर बखुशाखवादि छे भरलावा सहारातों हि चादेयडे दार राध-पप्दारोइ ए निख व्तटेदके माथ सए दि । बकत्तमें लब पद शोकषणमाचार पढ या तक थार पोटर श्ाप्टड बमापतित में टाइसनचालर्म २. ड्यिम्बर थो घोक कमा को गई।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...