विदेह क्षेत्रीय विंशति तीर्थंकर संस्कृत पूजा | Videhshetriy Vinshteetitharkar Sanskrit Pooja

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Videhshetriy Vinshteetitharkar Sanskrit Pooja by रामप्रसाद जैन - Ramprasad Jain

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विं.ती. ॥1दू॥। सीमंधरादिजिनविंदातितीथनाथान्‌ । सम्पूजयामि विददाक्षयधामहेतो ॥ ३ ॥ 3 हीं श्रीविदेंहरथविद्य मानविंशातिती थेकरे +यो 5झयपदपाप्य 5क्षते निवेपा- मीति-रवाहा ॥ है ॥। अम्भोजचम्पकलताइंणशुन्यजाति-- बेन्घ्ककेसरसुर्गान्धित पुष्पजाते सीमंघद्रा दिजिनविंदातिमारमारान । अभ्यच॑यामि मदनज्वरनाशहेतोः ॥ ४ ॥ .. 3 हीं विदेहस्थविद्यमानविंदतितीथैकरेम्यः कामासितापशान्तये पुष्प निवेपामीति---स्वाहा ॥ ४ ॥। १ वासंतीलता वासती माघवीलता-इत्यमर । र तृणदयून्ये मलिकायां यस्य हिन्दी भाषायां वेला-इति ख्यातिः तृणदून्य॑ तु मलिका-इत्यमर । ३ जातिमालत्यां यस्या। हिन्दी भाषायां चमेली- | इति ख्यातिः सुमना मालती जातिरित्यमर । ४ बन्धुकों रक्तकपुष्पे यस्य टुपहरी इति हिन्दी भाषायां संज्ञा रक्तकस्तुबन्धुको बन्धुजीवक इत्यमरः । ५ केसर --बकुलो यस्य मोलसिरी संज्ञा हिन्दी भाषायां अथ केसरे बकुछ इत्यमरः । ६ काममृत्यूनू मारभीमान्‌ू-इति पाठो5पि । रन टसटनस्टन टन टन पट टसप्टससटटरटनस्टमनचडच्स नाप पथ पी पा पर नि ० असरटवदगण् सननकादस आस बम लगन कॉम्गलिक कि हेमंत ििलिलदणण मेक न का यरमपपमपपरथथसमम्नमर.. उसानतप्म सनप्टप्मटधसस्टम्नस्टमन्ष्य बनाना 4० पर बाण दर खपरखान्ट रटनस्ट टन सटव्टनसटसटन न महक न्कमबननी कर गा लत पूजा. पक्लिव




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