बीसवीं शताब्दी का अंग्रेजी हिंदी शब्दकोश | Bisvi Shatabdi ka Angreji Hindi Shabdkosh
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
49.1 MB
कुल पष्ठ :
888
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about सुखसम्पत्तिराय भंडारी - Sukhasampattiray Bhandari
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जन के पथन्थ्ल हे दी न रण दशा
मठ 0 जि दिवालिया कानून,
0 0 (00 ईश्वर की फरणी
40: 0 100१7 हुण्टी छिखने चाजे की प्रतिष्ठा की रक्षा
के लिये छुण्डी स्वीकार करना.
मै.007 सुकदमा, दावा,
मै एनिणा , (डा --फोजदारी सुकमा.
मै एतिणा, (ांधि--दीवानी मुकदमा
मै.01000 00 दाचा करने योग्य
01१0 09010 चलननी चाड,
0५0 टीएटपॉक पंप! चलनी नोट, ( इससे चेक के
उन नोटों का मतछव है जो पब्लिक के हाथ में हैं जोर
जो रब तेजी से ध्यवदार में भा रहे हैं ).
एप एणवाएला0० भपने ही जदाों द्वारा चलाया
हुआ व्यापार,
औै.0पिर0 तट मुद्दत के अन्दर चसूठ होने योग्य करने,
सै ठीनिर0 प्रेटप्राते तेज मांग,
ै0निरट फूश्तिएा' कार्यकर भागीदार,
एप] डिपेटफटट चीमा पढ़तार विज्ञान,
मै. 0५धिकाह' चीमां पद्तारक.,
तन पाए भनन्त तक
औते-#रलटाठपतेप्राए भागे के लिये विचारार्थ,
.ते-छ076ाए मूल्यानुसार, ( 98, 2. (एप्00085
ते एघा0ए00 तप साथर का चह महसूल जो
पदार्थों पर उनके सूल्यानुसार गाया जाता है. )
.तेतुपरडनिए टाए समीकरण, संयोजन,
तुंजएफाहए (एव त00पिं0छ ) (सभा) स्थगित
करण, ततहफूवी, दिचारिपा लदालत का हुगम जिसके
अनुसार किसी आदमी के दिवालिया होने का निश्चय
छ्ोता है.
भतपंपांडविविणा न्ासन, घासन पद्धति, शासन-
व्यवस्था, संत सनुप्य की जायदाद का प्रबन्ध, प्रवन्घा-
घिकार.
& तक्मंसांडनियर्कि0ा, . पर्कटा . एन-मवन्घाधिकार-
पत्र, दासनाधिकार पत्र
&तपॉधहा 9 0ए सिलावर, मिश्रण, मेल, मेल, भथुद्धि
करण, (किसी वस्तु में सस्ती वस्तु मिलाकर उसे ऐसा
बना देना कि वह घटिया हो जाय, पर उसके रंग
रूप में फक न भावे)
ही
रस शा सेल शा सेत-े का
ननननननननन
#७ रद
दी. शाघाए0 जप्िम, पेचगी दी हुई रकम, वायना.
2 शाधाएट 008 पेदागी नोट,
2.प्ला पाए यह शब्द जाहजी वीसे में काम आता ट्र
और इसका अर्थ चहद संकट है, जिसके वास्ते बीमा
कराया जाता है
(२) यीमा कराने वाले की देनदारी या जोखिम.
शै.पस्लाडएपाएल। विज्ञापन, इर्तिहार; इसका अर्य
सूचना या प्रनष्निं है। किसी चस्तु को जनता में
प्रसिद्ध करने की कला को विज्ञापन कहते हैं
*त९१०९ सूचना, सठाद
कप छणाएत सलाहकार मंडल, परामर्श कारिणी
समिति.
2. (पं) पए0 आकादा-रेपा, व्योमरेखा, तारे हवाई,
2.10) एकाए08 चायुगतिशाश्,
ै.०ा0छु0055 चायु गुणबास््र
20105 चायुचर्णन,
औसाणान्पा, चायुयान द्वारा भाकाश
आकादयागामी,
0010 पि05 विमानशास्,
07050 चायुयान,
-.010501107 नाकारागमन,
स्चार,
01059805 चायुदानयाख्र, चायुरिथति शाख्र,
2.ितिधएंग अतिज्ञा पत्र, इलफनामा, सोंगन्ध पत्र,
( यह एक लिखित बयान दोता है जिससें लिखने
चाला शपथ प्रूवंक कहता हैं कि अमुक बातें सत्य हैं
या अमुक त्रातें की जावेंगी 1 2
पिंक पिंणा--संपद्ध करना, शाखा रूप करना, एक
संस्था का दूसरी बड़ी संस्था का भाग दन जाना भौर
साथ ही में कुछ अपचापन भी चनाये रखना.
07658 9ि00--अरप्य विज्ञान, फने जंगलात, जंगरों
की रक्षा और उपयोग कां विज्ञान.
पलांट्वीनिएछाएँ-- जहाज पर माल ले जाने का देका,
पीर हाट ”-दुर्शनी हुंडी,
औछु०-जायु, उम्र-
हु छठ िते--आयु प्रवेश: ( यह धाव्द बीमा में
काम सें छाया जाता है. 2
में फिरने वाला,
भाकायायान, आाकादा-
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